संवाददाता ——
मोहम्मद इब्राहिम
चाईबासा
पश्चिमी सिंहभूम जिला सदर अस्पताल-चाईबासा के सभागार में वेक्टर बॉर्न डिजीज विशेषकर मलेरिया पर ज़िला स्तरीय एक दिवसीय अंतर विभागीय समन्वय कार्यशाला-सह-आईएचआईपी पोर्टल पर समीक्षात्मक बैठक सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल तथा जिला वेक्टर बॉर्न डिजीज पधाधिकारी के संयुक्त अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस कार्यशाला में जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पधाधिकारी, जिला पंचायती राज्य पधाधिकारी, डीपीएम – एनएचएम, जिला महामारी रोग विशेषज्ञ, ज़िला भीबीडी सलाहकार, सभी पंद्रह प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, भीबीडी टेक्निकल पर्यवेक्षक, लैब टेक्नीशियन, भीबीडी इनचार्ज, निगरानी निरीक्षक आदि ने भाग लिया। बैठक को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि जिलांतर्गत मलेरिया प्रभावित सीएचसी के गांवों में मलेरिया के इलाज में देरी एवं लोगों के झाड़फूंक पर विश्वास की समस्या के समाधान हेतु सभी विभागों के समन्वय पर बल दिया गया। बताया गया कि मलेरिया के उन्मूलन हेतु सभी बुखार पीड़ितों की शीघ्र जांच एवं पूर्ण उपचार अत्यावश्यक है। इसके लिए लोगों को जागरूक होने में सभी विभागों को एकजुट होकर क्षेत्र में समन्वय बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा की मलेरिया जानलेवा बीमारी है एवं समय रहते नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र अथवा सहिया को सूचित करने पर मलेरिया का जांच एवं उपचार निशुल्क हो सकता है। बैठक के दौरान जिला स्तर से प्रतिभागी जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्र में मलेरिया से बचाव हेतु जागरूकता में जन प्रतिनिधियों के साथ समन्वय में सहयोग के लिए जिला स्तर से दिशा निर्देश जारी करने के साथ पंचायती राज के सदस्यों को शामिल करने की बात कही। वहीं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में मलेरिया जागरूकता को लेकर अंधविश्वास को खत्म करने के लिए सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया के अलावे एलईडी वैन से प्रचार प्रसार एवं इस हेतु स्थानीय भाषा में प्रचार सामग्री के उपयोग पर सहयोग की बात कही। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने ग्राम स्तर पर मलेरिया के साथ कुपोषण उपचार एवं संस्थागत प्रसव पर कार्यक्रम के दौरान मलेरिया पर विशेष ध्यान हेतु आंगनवाड़ी सेविकाओं के साथ सहिया के समन्वय पर नियमित रूप से टीकाकरण सत्र पर मलेरिया की जांच सभी गर्भवती महिलाओं को करने एवं उसकी नियमित निगरानी करने पर रणनीति बनाने पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया। जिला शिक्षा अधीक्षक ने संकुल स्तर पर एवं विद्यालय स्तर पर सभी सीआरपी/बीआरपी/स्कूल प्रबंधन समिति/मध्यान्ह भोजन योजना के सदस्य एवं शिक्षक को साप्ताहिक रूप से बच्चों व अभिभावकों के बीच बैठक और प्रातः सभा के दौरान मलेरिया जागरूकता एवं प्रतिदिन अनुपस्थित बच्चों के नहीं आने के कारण स्वास्थ्य संबंधी पूछताछ किए जाने पर सहयोग की बात किया गया, ताकि बुखार पीड़ितों की शीघ्र जांच व पूर्ण उपचार करने हेतु समय पर स्वास्थ्य कर्मी को सूचना दिया जा सके। बैठक में आईएचआईपी पोर्टल पर एचएससी स्तर पर सभी एएनएम, सीएचओ तथा एमपीडब्ल्यू और लैब टेक्नीशियन को दैनिक रूप से मलेरिया रोगियों का लाइन लिस्ट एंट्री करने का सख्त निर्देश दिया। ताकि समय पर निगरानी हो सके। मामले में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात भी सिविल सर्जन के द्वारा कही गई।