आशीष नामदेव
बुढ़ार। सिंधी समाज के आराध्य देव श्री श्री झूलेलाल जी की जयंती के अवसर पर समाज द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है, समाज की नई पीढ़ी धीरे-धीरे सिंधी भाषा-बोली से दूर होती जा रही है, प्राय: देखा गया है कि घरों पर नई पीढ़ी के बच्चे अब सिंधी की जगह हिंदी, अंग्रेजी भाषा का उपयोग कर रहे हैं, हमारा यह फर्ज बनता है कि अपनी मूलभाषा को विलुप्त होने से बचाये और इसी संदर्भ को आगे बढ़ाने के लिए इस वर्ष ‘समाज में घट रहे सिंधी भाषा के उपयोग और पारम्परिक आयोजनों को लेकर घट रही रूचि को बढ़ाने के संदर्भ में’ निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना तय किया गया है।
निबंध प्रतियोगिता 3 अलग-अलग आयु वर्ग की श्रेणियों के लिए निर्धारित 3 सौ शब्दों का लेखन आमंत्रित किया गया है। आयु वर्ग में प्रथम-6 से 15 वर्ष, द्वितीय 15 से 30 और तृतीय 31 से 60 वर्ष तक की श्रेणी रखी गई है। लिखे गये निबंध बुढ़ार में अमित मंगलानी-धनपुरी में महेश पंजवानी, अमलाई में अजय वाधवानी जमा किये जाने की तिथि तय की गई है। इसके उपरांत निबंधो पर समिति द्वारा विचारण व जांच उपरांत तीन अलग-अलग श्रेणियों में चुनी हुई, प्रथम एवं द्वितीय श्रेष्ठ निबंधों को झूलेलाल जयंती के दिन सम्मानित किया जायेगा।
होली मिलन का भी आयोजन
पूज्य सिंधी पंचायत बुढ़ार-धनपुरी के अध्यक्ष दौलत मनवानी ने बताया कि झूलेलाल जयंती के साथ ही होली मिलन समारोह का भी आयोजन समाज द्वारा किया जायेगा, इसके लिए आज शुक्रवार को पंचायत की आमसभा आयोजित की गई है। आमसभा में भवन निर्माण की प्रगति और उसकी जानकारी भी सभी के समक्ष रखी जानी है, इसके अलावा पंचायत के पूज्य पंचों के आदेश पर अन्य बिन्दुओं को भी बैठक में रखा एवं उन पर विचार किया जायेगा।
गौरतलब है कि भगवान झूलेलाल का जन्म सद्भावना और भाईचारा के लिए हुआ था, हिंदू पंचांग के आधार पर इस बार चैत्र शुक्ल पक्ष की द्वितीया यानी सिंधी महीने चेत के दूसरे दिन चेंटी चंड मनाया जाता है, इस साल चेंटी चंड महोत्सव मंगलवार, 9 अप्रैल 2024 को मनाया जायगा, 9 अप्रैल से पहले ही 2 से 3 दिनों तक विभिन्न प्रकार के आयोजन समाज द्वारा हर वर्ष किये जाते रहे हैं, जिनकी रूपरेखा भी 15 मार्च को आहुत आमसभा में तय की जायेगी।