शहडोल-जयसिंहनगर (सुदर्शन टुडे)
(रविप्रकाश शुक्ला 8717809068)
शहडोल फॉरेस्ट विभाग चाहिए भले ही दावा करती हो कि हमारे वन विभाग से कोई भी अवैध काम नहीं हो रहा है एवं उच्च अधिकारियों का निर्देश भी रहता है कि वन संपदा को बचाया जाए एवं हमारे वन क्षेत्र से कोई भी अवैध उत्खनन एवं परिवहन ना हो लेकिन जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत चौकी सेमरा अंतर्गत जुड़ना नदी फॉरेस्ट विभाग के अंदर से कई ट्रिप रेत का उत्खनन एवं परिवहन हो चुका है जहां से रेत वन क्षेत्र से उठा है वहां पर ट्रैक्टर की लकीर बनी हुई है बीट गार्ड एस शंकर सिंह के संरक्षण से अवैध उत्खनन किया गया है क्योंकि वीड गार्ड चौकी में ही रहते हैं चौकी से लगभग 1 किलोमीटर से दूर रेत का आवैध खनन किया गया है ग्राम सेमरा के नारायण गुप्ता नाम का एक व्यक्ति का ट्रैक्टर उत्खनन किया गया एवं सुबह ही उत्खनन किया जाता रहा है और वीड गार्ड को पूरा खबर रहने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई बीट गार्ड एश शंकर सिंह की है सेटिंग रेत माफियाओं के साथ कई साल से है पदस्थ बीड गार्ड
जिले में ही रेत की बड़ती मांग लगातार रेत कारोबारी के लिए मोटा लाभ कमाने का इन दोनों जरिया बना हुआ है हालात ऐसे हैं कि ब्यौहारी मे पटवारी की मौत के बाद भी ना इस पर लगाम लग सकी है ना रेत मिलने वाले क्षेत्र जुड़ना नदी फॉरेस्ट विभाग के अंदर से उत्खनन जारी रहा है और इन कारोबारी पर नकेल लगाने की कमान फॉरेस्ट विभाग को ही रहता है कि हमारे फॉरेस्ट विभाग मे आवैध गतिविधियां न हो सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ नाम गुप्ता जी सेमरा के ही है बीड गार्ड के साथ अवैध उत्खनन को अंजाम दिया गया है जो इस समय फॉरेस्ट विभाग के बीड गार्ड अपना अलग ही नेटवर्क जमाए हुए है जिन पर लगाम लगाने की जवाबदारी दी गई है वही रेत माफिया के साथ मिलकर अवैध उत्खनन को अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं
सूत्रों की माने तो सुबह से ही रेत का ट्रैक्टर नदी में लग जाता है और अवैध तरीके से उत्खनन एवं परिवहन किया जाता रहा है लेकिन इन दिनों प्रदेश में आचार संहिता लग जाने के कारण फॉरेस्ट विभाग की नदी से रात में ही अवैध खनन जारी रहता है ऐसा नहीं है कि फॉरेस्ट विभाग के वीड गार्ड को कोई जानकारी ना हो जानकारी पूरा है वीड गार्ड के सहयोग से ही फल फूल रहा है अवैध रेत का कारोबार तस्करी की जानकारी ना हो बल्कि सब कुछ जानते हुए भी बीट गार्ड अनजान बन चौकी में बैठे हैं इन रेत माफियाओं को शासन प्रशासन के जिम्मेदार द्वारा खुलकर सहयोग किया जाता है इतना ही नहीं उक्त रेत कारोबारियो माफियाओं सुबह से ही सक्रिय हो जाते हैं माफियाओं के द्वारा अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है क्योंकि फॉरेस्ट विभाग के बीड गार्ड का संरक्षण पूरा माफिया के साथ है
इनका कहना है
हमारे यहां से कोई रेत उत्खनन नहीं होता है और आया करो तो हमसे मिल लिया करो
बीड गार्ड एस शंकर सिंह सेमरा
इस संबंध में और जानकारी के लिए वन परिक्षेत्र अधिकारी जयसिंहनगर दिनेश पटेल से को फोन लगाने पर नहीं लगा