आर्यन शेख़ अय्यूब ज़िला ब्यूरो
बुरहानपुर। संजय नगर महिला मंडल द्वारा आज शाम 5.00 बजे संगीता खंडेलवाल जी के निवास स्थान से गणगौर माता जी का बिठौरा लेकर महिलाएं संजय नगर सुंदर नगर भक्ति में झूमते गाते हुए कॉलोनी में से होते हुए मोहन नगर में पुरोहित जी के मकान में गणगौर माता जी का बिठौरा लाया गया। इस अवसर पर सुधा चौकसे ,संगीता खंडेलवाल,अनीता पुरोहित, लीना महेश्वरी, कविता चौकसे, स्नेहा पूर्वे, निलिमा जैन ,सलोनी खंडेलवाल, प्रतिष्ठा, बरखा वर्मा, मनीषा बोरोले, अंजलि जैन आदि महिलाएं उपस्थित थी।
सुधा चौकसे ने बताया कि अमर सुहाग के लिए कुंवारी और सुहागिन महिलाएं इसे पूजती है। मां गौरी और भगवान शिव की घर-घर में पूजा होती है। महिलाएं सोलह शृंगार कर माटी के ईसर और गणगौर से वरदान मांगती हैं। मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव ने पार्वती को सौभाग्यवती रहने का वरदान दिया था।
स्नेहा पूर्वे ने गणगोर को लेकर बताया कि वैसे त्यौहार को लेकर उनेक कथाए प्रचलीत है । गणगौर कथा के अनुसार एक बार भगवान शिव,पार्वती माता और नारद जी साथ में भ्रमण के लिए निकलें और चैत्र शुक्ल तृतीया के दिन एक गांव पहुंचे। उस गांव की गरीब महिलाओं को जब उनके आने की खबर मिली तो वो थाल में हल्दी और अक्षत लेकर उनके स्वागत के लिए पहुंच गई।
इसी प्रकार संगीता खंडेलवाल,अनीता पुरोहि ने भी बताया कि यह त्यौहार भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रेम और विवाह को समर्पित है। गणगौर एक ऐसा त्योहार है जिसे लड़की हो या महिला हर कोई मनाता है। त्योहार के दौरान अविवाहित लड़कियां और विवाहित महिलाएं दोनों ही पूरे रीति.रिवाजों और रीति.रिवाजों के साथ भगवान शिव और माता पार्वती के एक रूप गणगौर की पूजा करती हैं