सुदर्शन टुडे भास्कर पाण्डेय
एम.पी.हेड
डिंडोरी जिला मुख्यालय का नगर विकास आगे आगे पाठ पीछे पीछे सपाट की पूर्व नीति से चल रहा दिखाई देता है इसका नमूना कलेक्ट्रेट के सामने बने फव्वारे के रूप में देखा जा सकता है l शहर का या यू कहें तो भी गलत नहीं होगा की जिले का एक मात्र फव्वारा इसकी पोल खोलता हुआ दिखाई दे रहा है l इसको यहां लगाने को लेकर तत्कालीन कलेक्टर वाह तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष पर समूचे भाजपाई बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे l डिंडोरी जिला मुख्यालय का नगर विकास आगे आगे पाठ पीछे पीछे सपाट की पूर्व नीति से चल रहा दिखाई देता है इसका नमूना कलेक्ट्रेट के सामने बने फव्वारे के रूप में देखा जा सकता है l शहर का या यू कहें तो भी गलत नहीं होगा की जिले का एक मात्र फव्वारा इसकी पोल खोलता हुआ दिखाई दे रहा है l इसको यहां लगाने को लेकर तत्कालीन कलेक्टर वाह तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष पर समूचे भाजपाई बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे l जिनके ही प्रयासों के चलते कलेक्ट्रेट के सामने फव्वारा लगाया जा सका l किंतु आज ऐसा क्या हो गया है जो इसकी ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है l सरकार भी भाजपा की, नेता भी भाजपाई, और प्रशासन भी उनका ही है l यहां तक कि नगर पंचायत अध्यक्ष स्वयं भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी है l गर्मी में पूरे शहर में कलेक्ट्रेट के सामने का यह छोटा सा गार्डन जहां फवारा लगा हुआ है लोगों को बैठने का एकमात्र सहारा है l गर्मी के मौसम में यदि यह चालू होता तो लोगों को दुगना सुकून मिलता l ऐसा लगता है कि नगर पंचायत परिषद को लोगों की सुकून की कोई चिंता नहीं है जिला प्रशासन भी नगर पंचायत का साथ बखूबी निभा रहा है l यदि नहीं तो नगर पंचायत का प्रशासन जो कलेक्टर के नाम से ही कांपने लगता है क्या वह कलेक्टर की एक आदेश से फव्वारा नहीं सुधरवा सकता ? कुल मिलाकर डिंडोरी जिला मुख्यालय में कलेक्ट्रेट के सामने बने फव्वारे को खून के आंसू रोते देखा जा सकता है l कलेक्ट्रेट के सामने बने फव्वारे को पास से देखने पर पता चलता है कि यहां का विद्युत कनेक्शन की तार जल चुकी है l जो एक बहुत ही छोटी सी समस्या है ऐसा भी नहीं है कि नगर पंचायत में विद्युत के इंजीनियर नहीं है इंजीनियर के साथ देने विद्युत का स्टाफ नहीं है इसके बावजूद भी किसी का ध्यान इस ओर ना जाना डिंडोरी नगर परिषद की विकास की कहानी बयां करती है l