बखतगढ़ सुदर्शन टुडे मिडिया प्रभारी अनोखी शेरा पाटीदार
। जिनशासन गौरव आचार्यश्री उमेशमुनिजी की 12 वीं पुण्यतिथि चैत्र विदी ग्यारस एवं धर्मदास गणनायक प्रवर्तकश्री जिनेंद्रमुनिजी के 65 वें जन्म दिवस चैत्र विदी शीतला सप्तमी प्रसंग पर पांच दिवसीय आराधना का आयोजन सोमवार 01 अप्रैल से प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर अपनी शक्ति अनुसार आराधकों ने तप, त्याग, तपस्या, धर्म, ध्यान आदि आराधना प्रारंभ कर दी है। आराधना के प्रथम दिन प्रवर्तकश्री जिनेंद्रमुनिजी के जन्म दिवस पर श्री वर्धमान स्थानक भवन बखतगढ़ पर एक घंटे नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप का आयोजन हुआ। इसमें श्राविकाओं ने सामायिक आराधना के साथ एक स्वर में नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप किए। नवकार महामंत्र स्तुति, अणु गुणगान के साथ जिनेंद्र स्तुति भी की। पश्चात मांगलिक श्रवण करवाई गई। यह जाप पांच दिन तक प्रतिदिन निर्धारित समय दोपहर 2 से 3 बजे तक होंगे। जाप की प्रभावना झमुबाई चंपालाल दरड़ा परिवार एवं हेमेंद्र मोदी परिवार की ओर से पृथक पृथक वितरित की गई। मंगलवार 2 अप्रैल को जैन धर्मावलंबियों के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेवजी का जन्म कल्याणक तप, त्याग से मनाया जाएगा। वहीं पांचवें दिन 5 अप्रैल को आचार्यश्री उमेशमुनिजी की 12 वीं पुण्यतिथि जप, तप एवं विभिन्न धर्म आराधना के साथ मनाई जाएगी।