पथरिया से नीलेश विश्वकर्मा रिपोर्ट
स्वर्गीय रामसेवक पटैल की पुण्यस्मृति में श्री देव संकट मोचन हनुमान मंदिर पथरिया वार्ड नंबर 08 में भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है श्री मद् भागवत कथा के चौथे दिवस कथा व्यास पं श्री तरुणानंद दुबे जी ने भक्तों को संबोधित करते हुए बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को कथा व्यास ने बेहद संजीदगी के साथ सुनाया। जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी
इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालुगण झूमने लगे।
जिसमे जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्षपं राजेन्द्र गुरु, नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ठाकुर, आर सी पटेल भारतीय किसान संघ प्रदेश मंत्री , दामोदर पटेल, राजेंद्र जी पटेल कुर्मी क्षत्रिय समाज जिला अध्यक्ष, महेश पटेल मंडल अध्यक्ष सदगुवां, नरेंद्र दुबे, राजू शर्मा, अनिल कपस्या, गायत्री परिवार, अजय जी ठाकुर, ऋषि दुबे खड़ेरी, दयाराम जी, जितेंद्र जी, कल्लन जी, वैभव जी, शैलेष जी, सतीष जी, जितेश जी, नंदकिशोर जी सहित सभी नगरवासियों एवं सुदूर गांव के सभी धर्म प्रेमी सज्जनों की उपस्थिति रही है।