सुदर्शन टुडे ब्यूरो लुकमान खत्री खरगोन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 14 मार्च को खरगोन के पीजी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय के कैम्पस का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर वे खरगोन जिले के 571 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत के 06 विकास कार्यों का लोकार्पण भी करेंगे। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक ली और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा बैठक में समस्त शासकीय तथा अशासकीय महाविद्यालय के प्राचार्यों को निर्देशित किया गया कि इस कार्यक्रम में उनकी संस्था के अधिक से अधिक विद्यार्थी उपस्थित होकर निमाड़ क्षेत्र की इस उपलब्धि के सहभागी बने।
पीजी कॉलेज में क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय के शुभारंभ अवसर पर जिले के सभी शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेंगे। खरगोन में इस विश्वविद्यालय के प्रारंभ होने से शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति का संचार होगा। कलेक्टर शर्मा ने इस विश्वविद्यालय के लिए 150 एकड़ जमीन आवंटित कर दी है। यह भूमि खरगोन कसरावद रोड के पश्चिम में मेनगांव, दारापुर, नारायणपुरा तथा किशनपुरा की सीमा से लगी हुई होगी।
खरगोन में विश्वविद्यालय प्रारंभ होने से इसमें नये-नये कोर्स एवं अनुसंधान के कार्य प्रारंभ होंगे। जिससे इस क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा अध्ययन के लिए इंदौर एवं अन्य बड़े शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा।
विश्वविद्यालय के खुलने से खरगोन जिले में शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर भी पैदा होंगे। लगभग 170 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाला यह विश्वविद्यालय छात्रों के समग्र विकास के लिए विश्व स्तरीय अधोसंरचना प्रदान करेगा। क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय में खरगोन, बड़वानी, आलीराजपुर, खण्डवा एवं बुरहानपुर जिले के 83 शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालयों को शामिल किया जाएगा। इन महाविद्यालयों के लगभग 25 हजार छात्र-छात्राएं इस नये विश्वविद्यालय के अधीन उच्च शिक्षा ग्रहण करेंगे।
14 मार्च को क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव खरगोन जिले के 571 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत के 06 विकास कार्यों का लोकार्पण भी करेंगे। इनमें 365 करोड़ 42 लाख रुपए के पीपरी माईक्रो उद्वहन सिंचाई योजना, 68 करोड़ 36 लाख रुपए की चौली-जामन्या माईक्रो उद्वहन सिंचाई योजना, 123 करोड़ 69 लाख रुपए के बलकवाड़ा माईक्रो उद्वहन सिंचाई योजना, 03 करोड़ 91 लाख रुपए की लागत से निर्मित नवलपुरा-खेड़ी बैराज तथा 05 करोड़ 46 लाख रुपए की लागत से निर्मित बिरला, दशनावल से लोनारा मार्ग एवं 05 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित खरगोन-बरूड़ सड़क का लोकार्पण शामिल है।