संवाददाता रानू जावेद खान
जवेरा दमोह
जिले भर में किसानों की मसूर की फसल पूरी तरह से खराब हो चुकी है जिसके लिए किसानों ने उचित मुआवजा और फसल के सर्वे के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम अविनाश रावत को ज्ञापन सौंपा। बता दें कि किसानों के हाथों में मसूर के पेड़ थे और सरकार मुआवजा दो मुआवजों दो के नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। कवि चन्द्रभान सिंह लोधी ने बताया कि पूरी दमोह जिले के किसानों की करीब 80 प्रतिशत फसल खराब हो चुकी है। हम कलेक्टर साब और सरकार से निवेदन करते हैं कि 10 दिन में फसल का सर्वे किया जाए और किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। मसूर की फसल महंगी फसल मानी जाती है ऐसे में जिस किसान ने इस फसल की ज्यादा बुबाई की है वो तो कर्जदार हो जाएगा। जिला पंचायत सदस्य दृगपाल लोधी ने बताया कि जो किसान दिल्ली में अपनी मांगो को लेकर आंदोलन के लिए जा रहे हैं उनको सरकार रोक रही है। बेरिकेट्स लगा रही है सड़क पर दीवार बना रही है जो बेहद निंदनीय है। आज यदि किसान खेती करना छोड़ दे तो लोग क्या खाएंगे। हम सरकार से मांग करते हैं कि फसल को एमएसपी में जोड़ा जाए औऱ स्वामीनाथम रिपोर्ट लागू की जाए। राघवेंद्र पटेल ने बताया कि हर कम्पनी के प्रोडक्ट में प्राइज डली रहती है फिर किसान ही अभागा क्यों है जिसकी फसल का रेट व्यापारी तय करते हैं बस इतनी ही हमारी लड़ाई है कि किसान को अपनी फसल का रेट तय करने का नियम बने। ज्ञापन देने पहुंचे किसानों में सुखनंदन पटेल, राघवेंद्र पटेल, नरेश सिंह लोधी, नरेंद्र प्रताप सिंह, महाराज सिंह, रोहित सिंह, राकेश सिंह, दीपेंद्र सिंह, जगदीश सिंह, इमरोज खान, तरवर लोधी, देवेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, भूपेंद्र सिंह, आकाश जैन, संदीप सिंह, खिलान साहू, प्रवेंद्र चंद्राकर, कैलाश सिंह समेत कई किसान मौजूद रहे।