संवाददाता, नेह सिंह
जेल बंदियों को विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाए
नर्मदापुरम जिले जेल में बंदियों को विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाए। ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थान के साथ विभिन्न स्वरोजगार मूलक योजनाओं के तहत बंदियों को, कृषि संबद्ध गतिविधियां, सिलाई ,वर्मी कंपोस्ट , इलेक्ट्रॉनिक वर्क्स ,योग, संगीत सहित अन्य गतिविधियों के साथ अध्यात्म से भी जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। उन्हें रोजगारोन्मुखी कौशल प्रशिक्षण दिया जाएं। ताकि जेल में कार्य करने के साथ साथ रिहा होने के बाद भी वह सुचारू रूप से अपना जीवनव्यापन कर सके। यह निर्देश गुरुवार को नर्मदापुरम कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने सेंट्रल जेल नर्मदापुरम के निरीक्षण के दौरान संबंधित जेल के अधिकारियों को दिए । इस दौरान कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने बंदियों के बेरिको का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया साथ ही बंदियों से चर्चा भी की। जिस पर बंदियों द्वारा बताया गया की जेल में सभी व्यवस्थाएं अच्छी है। उन्हीनें जेल की पाकशाला का भी निरीक्षण कर यहां भोजन की गुणवत्ता का अवलोकन किया। साथ ही बंदियों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर सुश्री मीना ने खुली जेल में भी बंदियों और उनके परिजनों से चर्चा की साथ ही व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर ने जेल अंतर्गत स्कूल का भी निरीक्षण किया। जिसमें उन्होंने बंदियों के शिक्षण के संबंध में जानकारी ली। शिक्षा संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि गया कि जेल में बंदियों को व्यवस्थित रूप से स्मार्ट बोर्ड के द्वारा स्नातक से लेकर स्नाकोत्तर तक की सिलेबस की शिक्षा दी जा रही है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम नर्मदापुरम श्री आशीष पांडे, जेल अधीक्षक संतोष कुमार सोलंकी, उप जेल अधीक्षक श्री प्रहलाद सिंह वरकड़े, अष्टकोण अधिकारी जेल श्री हितेश बंडिया, ग्रामीण रोजगार संस्थान से रश्मि गुप्ता सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।