सुदर्शन टुडे संवाददाता शंकर सिंह सोलंकी 9926828506
खंडवा भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित स्वर कोकिला लता मंगेशकर की द्वितीय पुण्यतिथि किशोर दा संगीत साधना केन्द्र पर सुर साधकों ने मनाई। लता जी के चित्र पर अतिथियों ने पुष्प अर्पित कर गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। जिन्दगी प्यार का गीत है..,तुम्ही मेरे मंदिर तुम्ही मेरी पूजा..,सायोनारा..सायोनारा.., मिलती है जिन्दगी में मोहब्बत.., ये मुलाकात इक बहाना है.., नाम गुम जाएगा.., छोड़ दे सारी दुनिया.., अजीब दांस्ता है ये.., लग जा गले कि फिर ये.., दिल तो है दिल का क्या एैतबार… गीतों की प्रस्तुतियां हरीश गंगराड़े, सुनील टोलिवाल, आनंद जोशी, संजय मुदिराज, संजय पंचोलिया, अजय तिवारी, संजीव अत्रिवाल, प्रदीप पास्कल, चन्द्र शेखर मिश्रा, कमलेश नामदेव, अदिता पास्कल ने दी। 1975 के दशक की संगम आर्केष्ट्रा के गायक कलाकार कैलाश शर्मा ने गीत की प्रस्तुति देकर लता जी के गाए गीतों की बारिकियां बताई और संस्मरण भी सुनाए। इस अवसर पर नवीन चंद्र नागड़ा, आरिंजय जैन, लखमीचंद खटवानी, सुनील जैन, धीरज नेगी, शिवाजी राव तीते उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन केन्द्र संस्थापक संजय पंचोलिया ने किया।