ओ एस अधिकारी कुरैशी की भी नहीं सुनते हैं विभाग के कर्मचारी
ब्यूरो चीफ रानू लोधी की रिर्पोट
सूचना के अधिकार 2005 के अंतर्गत पत्रकारों को भी नहीं मिल रही जानकारी
खबर शिवपुरी मध्य प्रदेश की नगर पालिका से आ रहीं हैं जिधर शिवपुरी की जनता द्वारा नगरपालिका के कहीं विभागों में भ्रष्टाचार होने की शंका जताई जा रही है जिसके तहत जनता द्वारा सूचना के अधिकार 2005 के अंतर्गत नगरपालिका के कई विभागों में आरटीआई द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर आरटीआई लगाई गई है जिसको लेकर अभी तक जानकारी साझा नहीं की गई है
जब इस पूरे मामले की पड़ताल एमपी33 न्यूज़ ने की है तब पता चला है कि आरटीआई का जवाब ना सिर्फ जनता को दिया जा रहा है तो वही पत्रकारों को भी इसका जवाब नहीं मिल रहा है ।
ऑफिस सेक्रेट्री कुरेशी बाबू
के जवाब मांगने पर भी विभाग के कर्मचारी नहीं दे रहे हैं उचित उत्तर
जब हमने ऑफिस सेक्रेट्री से आरटीआई को लेकर जवाब मांगा ऑफिस सेक्रेटरी बाबू का कहना है कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जानकारी नहीं दे रहे है
ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं जब ऐसा हाल ऑफिस सेक्रेटरी का है तो फिर आम जनता का क्या हाल होगा हालांकि इस पूरे मामले में बात कहीं जा रही है कि विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को एक बार फिर से नोटिस भेजा जाएगा परंतु सवाल खड़े हो रहे हैं आखिर कब ?
जनसुनवाई में भी लगाई गुहार अधिकारी नहीं दे रहे है जनता के सवालों का जवाब हो कार्रवाई
शिवपुरी जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट परिसर जनसुनवाई मैं आवेदन देने आए आदर्श सिंह परिहार ने आवेदन के माध्यम से बताया कि नगरपालिका में लापरवाही किस कदर चल रही है की प्रशासनिक कार्यों का लेखा-जोखा आरटीआई के माध्यम से देने वाले अधिकारी भी सही प्रकार से कार्य नहीं कर रहे हैं और जो एक लोकतंत्र में व्यक्ति को आजादी है कि वह किसी भी विभाग से आरटीआई के माध्यम से की जानकारी ले सकें लेकिन नगर पालिका के अधिकारी किसी भी प्रकार की जानकारी देने में सक्षम नहीं है इससे साफ पता चलता है कि किस प्रकार के घोटाला बाजी और धांधली नगर पालिका शिवपुरी में चल रही है आवेदन करता आदर्श सिंह परिहार द्वारा बताया गया की मेरे द्वारा पत्र दिनांक 15.02.2022 ए वा 24.02 2022 को नगर पालिका शिवपुरी एवम खाद्य एवं नगरीय अपूर्ति विभाग से सूचना का अधिकार 2005 के अन्तर्गत जानकारी मांगी गयी थी। किन्तु आज दिनांक तक दोनों विभागों के जबाबदार अधिकारी द्वारा मुझे किसी भी प्रकार की सूचना उपलब्ध नहीं करायी गयी। इससे पूर्व भी मेरे द्वारा सूचना के अधिकार आवेदन पत्र प्रस्तुत करने पर जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गयी। इस विषय से अत्यंत एवं विवश होकर यह शिकायत पत्र प्रस्तुत कर रहा हूँ। तो वही आगे की कार्रवाई करने के लिए मैं वाद्य हूं ताकि भ्रष्टाचार उजागर हो और विभाग के अधिकारियों कर्मचारी को दंड मिले