विधा- गीत
श्री राम कहानी -१
पिता का जो करे मान
वचनों के लिए दान
करे हर सुख़
एसा दानी होना चाहिए
राज पाट छोड़ सारा
वन में करे गुज़ारा
राम सा हर पुत्र
बलिदानीं होना चाहिए
और
छोड़ के जो घर बार
उर्मिला का कर त्याग
जंगल को जाए
वो साहसीं होना चाहिए
भ्राता की जो करें रक्षा
राजा हो के माँगे भिक्षा
लखन सा भाई एक
यहाँ भी होना चाहिए
– एस्तोमर की क़लम.
( आभिषेक सिंह तोमर )
नरसिंहगढ़, राजगढ़, म. प्र.