संवाददाता रानू जावेद खान
जवेरा दमोह
अटल सेना के अध्यक्ष चन्द्रभान सिंह लोधी जी और सचिव दीनदयाल पटेल जी ने 1857 क्रांति के महानायक, अंग्रेजों से लोहा मनवाने वाले, दमोह को 6 महीने तक आजाद रखने वाले, अमर योद्धा, शेर-ए-बुंदेलखंड, क्रांतिकारी अमर शहीद, हिंडोरिया रियासत के राजा किशोर सिंह जी की मूर्ति दमोह शहर में रखवाने हेतु दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा। बता दें कि राजा किशोर सिंह ने 1857 और 1842 की क्रांति की लड़ाई के नेतृत्वकर्ता रहे हैं, जब भारत ईष्ट इंडिया कम्पनी से गुलाम हो चुका था तब भी 6 महीने बाद तक दमोह आजाद रहा। राजा किशोर सिंह दमोह की हिंडोरिया रियासत के राजा थे।अध्यक्ष चन्द्रभान सिंह लोधी ने कहा कि यह मेरी दिली तमन्ना थी कि दमोह शहर में राजा किशोर सिंह जी की मूर्ति रखी जाए। लेकिन आज तक न प्रशासन ने ध्यान दिया और न ही जिले के नेताओं ने ध्यान दिया। जबकि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने 2007 में एक जन सभा में घोषणा की थी कि दमोह में राजा किशोर सिंह की मूर्ति रकवायेंगे। फिर भी अभी तक मूर्ति नहीं रखी ये बड़ी दुखद बात है। लेकिन अब ये जिम्मेदारी हम, हमारे सभी जांबाज क्रांतिकारी साथी और अटल सेना ने ले ली है और मुझे उम्मीद है कि अब राजा साब की मूर्ति हम लोग रखवाकर ही मानेंगे। संगठन सचिव दीनदयाल पटेल ने कहा कि यह बड़े ही शर्म की बात है कि जिस राजा ने अपना जीवन, राजपाठ सब कुछ इस देश के लिए न्यौछावर कर दिया। उस महान क्रांतिकारी राजा की दमोह शहर या हिंडोरिया में मूर्ति नहीं है। अर्जुन सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, नीलेश सिंह, सुनील शाह, निरपत सिंह, पुष्पेंद्र सिंह लोधी, मदन प्रजापति, धर्मेन्द्र पटेल, सुदामा बंसल, बलवान सिंह सरपंच, बहादुर सिंह, भगत सिंह, बबलू ठाकुर, गोविंद सिंह, संजू बाबा, इमरोज खान, अमर सिंह समेत कई सदस्य मौजूद रहे।