मानसा
अधिकृत उम्मीदवार के रूप मे पूर्व उद्योग मंत्री नाहटा का नाम घोषित हुआ जिससे कई स्थानीय नेताओं की हवा निकल गई ओर पिछले दस साल से कांग्रेस पार्टी का झंडा तुकवाने वाले कॉलोनाइजर मंगेश संघई ओर उनके कार्यकर्ताओ के दिल के अरमा आंसुओ मे बह गए ओर नरेंद्र नाहटा के विरोध स्वरुप दो तीन छुटभइये नेताओं ने अपने पद से स्तिफो की पेशकश कर दी ओर अपना स्तीफा जिलाध्यक्ष चौरसिया जी ओर कांग्रेस के भावी मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम भेज कर सोशल मीडिया पर नाहटा विरोधी होने का प्रचार प्रसार चालू कर दिया ओर मंगेश संघई ने मीडिया को बताया की कांग्रेस पार्टी ने गाइड लाइन के विपरीत टिकट दिया है ओर अपने आप को स्थानीय कहते हुए नरेंद्र नाहटा को बाहरी उम्मीदवार बताया ओर इस फैसले से कांग्रेस पार्टी को नुकसान होने तक की बात कह डाली ओर बगावत के सुर चालू कर दिए कांग्रेस पार्टी ने नरेंद्र नाहटा पर भरोसा जताते हुए वर्ष 2003 के बाद फिर मनासा विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया है कांग्रेस का भरोसा इसलिए की वर्ष 2003 के बाद इन बीस सालो तक नरेंद्र नाहटा लगातार मनासा आते जाते रहे है ओर अपने कार्यकर्ताओ ओर चाहने वालो से मुखर संपर्क मे बने रहे है ज़ो आजतक जारी है इस वर्ष नरेंद्र नाहटा के चाहने वालो ने नाहटाजी का जन्मोत्सव द्वारकापुरी मनासा मे मनाया गया था ओर इस जन्मोत्सव के कार्यक्रम मे बिनबुलाये हजारों कार्यकर्ताओ ने अपनी उपस्थिति प्रदान करी थी तबसे कांग्रेस के अन्य नेताओं ओर सत्ताधीश पार्टी भाजपा के नेताओं मे भी इस बात से खलबली मच गई थी नरेंद्र नाहटा के सतत जीवत संपर्क का ही परिणाम है की कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर से मनासा विधानसभा से उद्योग मंत्री रहे नरेंद्र नाहटा को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया है. कॉंग्रेस के बाद अभी भाजपा ने अभी अपने अधिकृत उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है वर्तमान विधायक माधव मारु पूर्व मंत्री कैलाश चावला के साथ मंदसौर के किसान नेता बंशीलाल जी गुर्जर के नाम की हवा चल रही है आचार संहिता के बाद मनासा विधानसभा मे मारु विरोधी स्वर भी चालू हो गए है जिसके कारण मनासा विधानसभा का भी काफ़ी रोचक दिखाई पड़ता है ज़ो आने वाले दिनों मे स्पष्ट हो जायेगा.