सुदर्शन टुडे भास्कर पाण्डेय एम पी हेड
सुदर्शन टुडे डिंडोरी :- जबसे नवीन परिषद का गठन हुआ है ,तभी से परिषद में नित नए कारनामे उजागर हो रहे हैं। कहीं बिजली – पानी की समस्या तो कहीं वार्डों में फेल रही गंदगी से स्थानीय रहवासी त्रस्त हो चुके है। फिर कार्यालयीन कार्यों में भी जबरिया लापरवाही देखने – सुनने को मिल रही है,जिसमे आंशिक सुधार का प्रयास जरूर किया गया ,लेकिन रिश्वत मांगने को लेकर बदनाम राजस्व निरीक्षक पर बतौर खाना पूर्ति तीन वार्डों की जिम्मेदारी सौंप दी गई, बावजूद इसके शिकवा – शिकायतों का दौर नही थमा। सोमवार के दिन भी वार्ड क्रमांक 5 की एक महिला प्रीति जैन को नगर परिषद में हंगामा करते देखा गया,जब उनसे इस संबंध में जानकारी चाही गई तो उन्होंने अपने समस्त दस्तावेज दिखाते हुए तत्कालीन राजस्व निरीक्षक पर रिश्वत के तौर पर एक लाख रुपए मांगे जाने का सनसनीखेज आरोप लगाया।ऐसे में सवाल उठते है की आखिर नगर परिषद में जिम्मेदार पदों पर आसीन अधिकारी इन संगीन मामलों को गंभीरता से क्यों नहीं लेते ? और ना ही जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि अपनी आवाज बुलन्द करते ?,जिसके चलते ऐसे कर्मचारियों का हौसला लगातार बढ़ता चला जाता है ,नतीजतन ऐसे मामलों की भरमार हो चली है।बता दें की इससे पूर्व भी पुरानी डिंडोरी निवासी लोकेश पाराशर ने उक्त कर्मचारी पर गंभीर आरोप लगाए थे।न्यायालय में विचाराधीन है मामला — प्रीति जैन के मुताबिक वह नगर परिषद डिंडोरी में विगत डेढ़ माह से चक्कर लगा रही है,लेकिन जिम्मेदार अपनी जवाबदेही से बच रहे है जिसके चलते उन्हें मानसिक प्रताड़ना के दौर से गुजरना पड़ रहा है। प्रीति ने बताया की उन्होंने लगभग पंद्रह रोज पूर्व ही दिनांक 14/09/23 को मुख्य नगर पालिका अधिकारी डिंडोरी को एक पत्र सौंपा था ,जिसमे उन्होंने नगर परिषद में दर्ज स्वयं की आई डी क्रमांक 1002142975 वर्ष 2003 का जिक्र किया है, और यह लेख किया है की नगर परिषद में पदस्थ राजस्व निरीक्षक ने मामला न्यायालय में विचाराधीन रहते हुए उनके पट्टे की भूमि में नवीन आई डी क्रमांक 1102142975 किसी अन्य आवेदक के नाम दर्ज कर दी गई, और जैसे ही मामला प्रीति के संज्ञान में आया तो वह दिनांक 08/08/2023 से लगातार नगर परिषद डिंडोरी में आवेदन और आग्रह कर रही है।मकान तोड़ने की धमकी भी दी — इसी बीच राजस्व निरीक्षक ने प्रीति को धमकाने का भी प्रयत्न किया की वह मकान जमीदोज करा देगा और फिर बगैर किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के मकान का नाप करने पहुंच गए,लेकिन जब सभी चीजे सही पाई गई तो वापस हो लिए।आई डी अलग करने को लेकर मांगे थे एक लाख — प्रीति जैन ने बताया की 28/06/23 को बनाई गई आई डी अलग करने के एवज में उक्त राजस्व निरीक्षक द्वारा एक लाख रुपयों की मांग की गई थी। जिसके चलते पूरा का पूरा परिवार परेशान है।प्रीति का साफ कहना है की मामले की निष्पक्षता से जॉच कर उचित कार्यवाही की जाए,ताकि उन्हें और उनके परिजनों को अकारण हो रही परेशानियों से निजात मिल सके।इनका कहना है संबंधित कर्मचारी पर लगाए गए आरोप निराधार है,और इसके पहले भी जो शिकायतें की गई उनमें भी किसी तरह के प्रमाण सामने नहीं आए है। सतेंद्र सलवार ( मुख्य नगर पालिका अधिकारी,डिंडोरी)