सुदर्शन टुडे ब्यूरो लुकमान खत्री की रिपोर्ट
खरगोन। अनाज मंडियों में इन दिनों चल रही व्यापारियों की हड़ताल के बाद अब मंडी समितियों के अधिकारी- कर्मचारी भी आंदोलन की राह अख्तियार करने जा रहे है। गुरुवार को अपना रुख साफ करते हुवे मंडी कर्मचारियों ने सचिव लक्ष्मण सिंह ठाकुर के नेतृत्व में मंडी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रदेश व्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल होने की जानकारी कलेक्टर एवं एसपी को दी है। इस हड़ताल से जहां शासन को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान होगा तो वही किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हाल ही में कपास खरीदी शुरु हुई थी, जो हड़ताल से प्रभावित होगी। मंडी सचिव ठाकुर ने बताया कि 16 सितंबर से लंबित मांगों के समर्थन में काली पट्टी बांधकर काम करेंगे, इसके बाद 18 सितंबर से जिले की सभी 9 मंडियों में कर्मचारी- अधिकारी हड़ताल पर रहेंगे। हमारी प्रमुख मांग में मंडी बोर्ड और मंडी समितियों को एक करने की है। इसको लेकर लंबे समय शासन से संपर्क कर रहे है, कई बार हड़ताल कि लेकिन आश्वासन देकर मामला टाल दिया जाता है। कर्मचारियों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा रिफार्म एवं अन्य प्रकार से मंडी अधिनियम का संशोधन कर मंडी समितियों को प्रभावित कर बंद करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे कर्मचारी- अधिकारियों का भविष्य संकट में है। इसी को देखते हुए कर्मचारी- अधिकारी एकजुट होकर अपने हितों की लड़ाई लडऩे के लिए हड़ताल करने जा रहे है।