पथरिया/नीलेश विश्वकर्मा
विकासखंड पथरिया में बारिश के लिए किसान आसमान ताक रहे हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही हैं। आसमान पर छाने वाले काले बादलों को देखकर किसान खुश हो जाते हैं कि अब बारिश होगी, लेकिन बादल भी दगाबाजी कर रहें हैं और बिन बरसे ही लौट जाते हैं। ऐसे में खरीफ की फसल सूखने की कगार पर है। किसानों ने अच्छी बारिश की उम्मीद से समय पर फसलों के लिए बोवनी की थी, लेकिन वैसी बरसात अभी तक देखने को नहीं मिली जैसी फसलों के लिए जरुरत हैं। बरसात नहीं होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। बारिश के अभाव में खेतों में दरारें साफ नजर आ रहीं हैं।किसान फसलों में पानी नहीं लगा पा रहें हैं, जबकि पानी नहीं गिरने के कारण तापमान में भी लगातार बढोत्तरी के साथ गर्मी का प्रकोप चरम पर हैं। पिछले कई दिनों से लगातार भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं।अगस्त माह में अच्छी बारिश की उम्मीद थी किसानों को उम्मीद थी कि अगस्त माह के आखिर में बारिश न होने पर जून जुलाई शुरू होते ही बारिश शुरू हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जुलाई माह के दो सप्ताह के बीतने के बाद भी बारिश का कहीं पता नहीं हैं। शुक्रवार को शाम को आसमान में काले बादलों ने डेरा डाल दिया था। बादलों से ऐसा लग रहा था कि आज बारिश हो सकती हैं, लेकिन झमाझम बरसने की बजाए बूंदाबांदी हुई, जो फसलों के काम की नहीं हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह आसमान में छाए काले बादलों को देखकर किसान की उम्मीद जाग गई थी कि आज खरीफ की खास फसल धान सोयाबीन के लिए झमाझम बारिश होगी, लेकिन बादल बिन बरसें ही लौट गए। कृषक बीरेंद्र सिंह ठाकुर का कहना है कि आसमान पर काले बादलों छाते जरुर हैं, लेकिन बरसात नहीं हो रहीं हैं। आधा अगस्त माह ऐसे ही बीत गया जबकि इन दिनों झडी लगने का समय हैं। खेत लबालब भर जाते थे। शुक्रवार सुबह से ही आसमान में काले बादलों का डेरा हैं, लेकिन बरसात नहीं हो सकीं हैं। ऐसे में यह कहना बेइमानी नहीं होगी कि काले बादल दगाबाजी कर रहें हैं। हाल ही के दिनों से कस्बा के आसमान में काले बादलों की खेप आ जा रही हैं, जिन्हें देखकर किसानों की उम्मीद बढ जाती हैं, लेकिन कुछ समय बाद बादल आसमान से गायब हो जातें हैं। ऐसा पिछले कई दिनों से निरंतर चल रहा हैं। बादल छंटते ही धूप निकल आती है, इससे बारिश की उम्मीद लगाए किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें आ गईं। दोपहर बाद काले बादलों ने डेरा जमाएं रखा बादलों को देखकर लग रहा था कि अब झमाझम बारिश होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ हल्की बूंदाबांदी हुई हैं जिससे भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत मिली। बारिश न होने से किसान परेशान हैं। उनका कहना है कि यदि शीघ्र ही बारिश नहीं हुई, तो न सिर्फ धान, बल्कि अन्य फसलों की उपज पर भी प्रतिकूल प्रभाव पडेगा।वही किसानों का कहना हैं कि पौधों की वृद्धि के लिए वर्तमान में बारिश का होना बहुत जरूरी हैं बारिश जितनी देर से होगी उतना ही नुकसान होगा क्योंकि समय पर बारिश न होने से फसल को कोई फायदा नहीं होगा।