देपालपुर गौतमपुरा रोड स्थित अति प्राचीन रूखमणी कुंड हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद भागवत कथा शुक्रवार को संपन्न हो गई। कथा के समापन के हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में पूर्णआहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया।भंडारे का आयोजन इंदौर दुग्ध संघ के अध्यक्ष मोतीसिंह पटेल की ओर से करवाया गया । कथा व्यास राजेंद्र तिवारी के मुखारविंद से 7 दिन तक कथा का भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बताई। उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा। उन्होंने ने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।इस अवसर पर पार्षद अनिल धाकड़, अध्यापक मुकेश नागर,विजय जाट ने पूरे समय अपनी सेवाएं परिसर में दी।