जिला ब्यूरो राहुल गुप्ता दमोह
पथरिया| परम पूज्य भारत गौरव राष्ट्रसंत गणाचार्य श्री 108 विराग सागर महामुनिराज (ससंघ 350 पिच्छी) के सानिध्य में आयोजित होने वाले 1 फरवरी से 15 फरवरी तक विरागोदय महामहोत्सव हेतु गणाचार्य विरागसागर जी के सभी शिष्यों का आगमन प्रारंभ हो चुका है। सम्मेलन के निर्देशक आचार्य विनम्रसागर जी ने साइटिका जैसे भयंकर दर्द को सहन करते सोनागिर से पथरिया तक निरंतर पद विहार कर 7जनवरी पहुंचे । आचार्य ससंघ अपने आराध्य गुरु विरागसागर जी महाराज के चरणों में विराजमान हो गुरू वंदना में लीन हैं।
पंचकल्याणक निर्देशिका श्रमणी आर्यिका विशिष्टश्री माताजी (ससंघ) ने अपने चातुर्मास स्थल कानपुर से भीष्ण ठंड में निरंतर पद विहार करते हुए पथरिया पहुंचकर गुरु चरणों की वंदना की। आर्यिका विबोधश्री माताजी (ससंघ) ने भी छिंदवाड़ा (म.प्र.) से कड़कड़ाती ठंड, घने कोहरे , शीत लहर को नजरअंदाज करते हुए गुरु चरणों में पहुंचकर गुरु चरण वंदना की। ज्ञात हो कि पूज्य माताजी आहार में सिर्फ दो अनाज लेती है।
विरागोदय में संपन्न हुई महामहोत्सव विषयक बैठक चर्चा
आगामी 1 फरवरी से 15 फरवरी 2023 सम्पन्न होने जा रहे श्री विरागोदय तीर्थ महा महोत्सव कि कार्यविधि के अंतर्गत 10 जनवरी को परम पूज्य भारत गौरव राष्ट्रसंत गणाचार्य श्री 108 विराग सागर महामुनिराज ससंघ के पावन सानिध्य में विरागोदय महोत्सव समिति की एक वृहद बैठक संपन्न हुई जिसमें आगामी महा महोत्सव की सफलता हेतु विशेष प्रस्ताव पारित हुए। महामहोत्सव के अध्यक्ष नरेंद्र जैन गुरु कृपा परिवार ने बताया कि पंचकल्याणक में बनाए जाने वाले प्रत्येक 80 पात्रों के चयन हेतु समिति के सदस्यों को विभिन्न विभिन्न ग्रामों में जाकर सामाजिक लोगों को आमंत्रण करना चाहिए जिसमे हर नगरों के लोग महा महोत्सव से जुड़कर पुण्य अर्जन कर सकें ।
अतः प्रस्ताव को ध्यान रखते हुए समिति के 7- -7 सदस्यों की टीम बनाई गई जो प्रतिदिन विभिन्न नगरों में जाकर विरागोदय महा महोत्सव की प्रभावना एवं लोगों को आमंत्रण करेगी। महोत्सव के प्रचार प्रसार हेतु महानगर इंदौर , ग्वालियर , सागर , पन्ना , जबलपुर , टीकमगढ़, दमोह, छत्तीसगढ़ रायपुर , कानपुर (उत्तर प्रदेश) प्रस्थान करेगी।