जिला संवाददाता आनन्द साहू
झांसी में पहली बार बसंत पंचमी की पावन पर्व पर एक अनूठी पहल गहोई समाज के द्वारा की गई। गहोई समाज के पंच रामप्रकाश नाछौला व वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी के सानिध्य में बंटी नगरिया ने अपने अनुज के स्वर्ग सिधार जाने के बाद बीच सफर में अकेली हुई एक बिटिया को उनके पिता तुल्य जेठ बंटी नगरिया ने एक अनूठा कार्य किया।अपने अनुज की धर्मपत्नी स्मृति गुप्ता को अपनी बिटिया मान कर कन्यादान लिया और झांसी निवासी बसंत कुमार गुप्ता के पुत्र विशाल गुप्ता से परिणय सूत्र में बांधकर जिंदगी का सफर खुशहाली के साथ व्यतीत हो और अपने जीवन की हर उमंग को जीने का हक दिया। इसकी सराहना चारों तरफ हो रही है।वही वरिष्ठ समाजसेवी ने कहा की गहोई समाज के साथ-साथ सर्व समाज के लिए एक मिसाल कायम की जो विधवा के लिए एक अभिशाप बना होता है। वह अभिशाप नहीं वह भी किसी की बेटी है, और किसी की बहू।परमात्मा के द्वारा दिए गए दुख को दूर करने के लिए परमात्मा ही यह रास्ता दिखाता है। और उस रास्ते पर चलना सर्व समाज के लिए अपने समाज का निर्माण करना एक अहम फैसला होता है। वह निर्णय जो एक परिवार ने अपनी बहू को बिटिया बनाकर कन्यादान लेकर जो पुण्य कार्य किया वह एक सराहनीय कार्य है।इस नेक कार्य में विशेष रुप से केशव प्रसाद कल्ला जी दीपक जी धीरज जी आनंद जी प्रकाश जी सिपरी बाजार व्यापार मंडल की अरुणा गुप्ता जी ने अपनी सहभागिता दिखाई और इस जोड़े के उज्जवल भविष्य की कामना की ।