जितेंद्र बुंदेला जिला ब्यूरो चीफ शिवपुरी
शिवपुरी-बीता हुआ वर्ष 2022 कुछ खट्टी-मीठी यादें देकर भले ही गया है लेकिन आने वाला कल वर्ष 2023 हमें राजनीतिक और अधूरे विकास कार्यों को पूर्ण कर बीते वर्ष की यादों को मिटाएगा तो वहीं अब आने वाला भविष्य नई ऊर्जा के साथ नव संकल्प का एहसास भी कराएगा। शिवपुरी के हालातों को लेकर चर्चा की जाए तो आज भी कई अधूरे विकास कार्य धरातल पर पूर्ण नहीं हो सके है कहीं ना कहीं राजनीतिक महत्वाकांक्षा इन कार्यों में रोड़ा अटकाने वाली साबित हुई लेकिन दूसरी ओर अनेकों जन सामान्य के लिए कई योजनाओं का लाभ दिलाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य भी किया गया। इन सभी के बीच अब आने वाला समय कई चुनौतियों के रूप में साबित होने वाला भी रहेगा, क्योंकि यहां वर्ष 2023 चुनावी विधानसभा के रूप में भी पहचाना जाएगा। ऐसे में आज भी चुनावी कसावट की शुरूआत भी इस वर्ष के साथ चुनावी वर्ष समाप्ति तक रहेगी।
राजनीतिक और अधूरे विकास कार्यों की छोड़ी छाप
देखा जाए तो वर्ष 2022 एक ओर जहां राजनीतिक रूप से और अधूरे विकास कार्यांे की छाप छोड़ गया है तो अब आने वाला समय एक बार फिर से कहीं ना कहीं नई राजनैतिक रूप को प्रदर्शित करेगा, इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता। कई तरह के उतार-चढ़ाव इस वर्ष में होने वाले है इसकी भी अपार संभावनाऐं है।
नव संकल्प का होगा आगाज
नगर विकास की परिकल्पनाओं को साकार करने के लिए नव वर्ष 2023 नव संकल्पों को पूरा करने के रूप में भी पहचाना जाएगा। कारण साफ है कि यह चुनावी वर्ष है और शहर शिवपुरी ही नहीं बल्कि जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्रों की नगर पंचायतों, परिषदों आदि में जमीनी स्तर से मूलभूत सुविधाओं से जुड़े कार्य होंगें, सड़क, बिजली, पानी सहित आवास, शौचालय व शासकी योजनाओं का लाभ दिलाना इस वर्ष महत्वपूर्ण रूप से जाना जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक लोगों को इन योजनाओं का लाभ दिलाना भी प्रमुख रहेगा।