संवाददाता। सुदर्शन टुडे सिलवानी
सिलवानी।। ग्राम बेरखेड़ी में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का आयोजन बेरखेड़ी ग्रामवासियों के द्वारा किया जा रहा है। कथा के दौरान व्यासपीठ से पंडित राम नरेश शास्त्री ने संबोधित करते हुए श्रीमद् भागवत महापुराण की महिमा के वर्णन में कहा किए श्रीमद्भागवत महापुराण कथा वह अमृत है जिसके द्वारा आत्म कल्याण होता है। जीव अनेक योनियों में अनंत जन्मों से भटक रहा है। जन्म मरण के चक्र से मुक्ति का माध्यम श्रीमद् भागवत महापुराण में प्राप्त हो जाता है । संसार में जितने भी जीव हैं वह अज्ञानता के कारण स्वयं को शरीर मन बैठे हैं लेकिन
वस्तुतः वह शरीर नहीं है वह शुद्ध बुद्ध चैतन्य परमात्मा का स्वरूप ही हैं। लेकिन माया के आवरण के कारण जीव भ्रमित है। स्वयं को शरीर मान बैठा है। यह भौतिक जगत के फल स्वरुप जीव को इस संसार में बांध रखा हैजबकि संसार नश्वर है मिथ्या है। इसी प्रकार शरीर भी नश्वर है लेकिन जो आत्म तत्व है वह शुद्ध रूप से परमात्मा का ही अंश है । इसे जानने का ज्ञान श्रीमद्भागवत के माध्यम से हमको हो सकता है उन्होने बताया कि समस्त योनियों में मानव की योनि सर्वश्रेष्ठ है।