जिला ब्यूरो चीफ रामेशवर लक्षणे
बैतूल। कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि संबंधी विवादों- सीमांकन, शासकीय भूमि पर अतिक्रमण, भूमि स्वामी की जमीन पर अतिक्रमण, निस्तारी, अधिकार, नामांतरण, बंटवारा, आबादी अथवा कृषि पट्टे संबंधी विवादों सहित अन्य स्थानीय समस्याओं का निराकरण राजस्व, पुलिस एवं वन विभाग की संयुक्त चौपाल द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर बैंस ने बताया कि प्रत्येक तहसील में राजस्व निरीक्षक सर्कल स्तर पर तहसीलदार (राजस्व विभाग), पुलिस निरीक्षक (पुलिस विभाग) एवं रेंजर (वन विभाग) द्वारा संयुक्त रूप से चौपाल आयोजित की जाएगी। उक्त चौपाल की पूर्व जानकारी समस्त संबंधित ग्रामों/बसाहटों में शिविर आयोजन के न्यूनतम तीन दिवस पूर्व उपयुक्त प्रभावी माध्यम से दी जाएगी। चौपाल में क्षेत्र की दर्ज शिकायतों की सूची (राजस्व न्यायालय में दर्ज प्रकरण, सीएम हेल्पलाइन, जन सुनवाई, शांति एवं विवाद निवारण समिति की दायरा पंजी, समाचार पत्र इत्यादि) यह दल अपने साथ लेकर जाएंगे एवं उक्त समस्त शिकायतों में चौपाल के दौरान प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।
चौपाल में विवादग्रस्त पक्षों की मौके पर सुनवाई एवं स्थल निरीक्षण कर आपसी सहमति से निराकरण किया जाएगा। कानून व्यवस्था की स्थिति संभावित होने पर बाउण्ड ओव्हर की कार्यवाही की जाएगी। पूर्व से प्रचलित न्यायालीन प्रकरणों में अंतिम आदेश पारित किया जाएगा। पूर्व से पारित आदेश का मौके पर दृढ़ता से पालन कराया जाएगा। चौपाल आयोजित करने वाले दल उक्त निराकरण के साथ-साथ अन्य ऐसे आवश्यक कदम भी उठायेंगे जिससे न केवल वर्तमान विवादों का गुणवत्तापूर्ण एवं नियमानुसार निराकरण हो, बल्कि क्षेत्र में आगे उत्पन्न होने वाले संभावित विवादों को भी रोका जा सके। इसके लिए दल द्वारा गांवों में स्थानीय अमले की उपस्थिति एवं क्षेत्रीय मुद्दों की पकड़ का आंकलन किया जाएगा और आवश्यकता अनुरूप उनकी बैठक आयोजित कर उन्हें प्रशिक्षित एवं प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ ही कदाचारी के विरूद्ध कार्रवाई भी की जाएगी। संयुक्त दल अत्यावश्यक वस्तुएं जैसे डीजल, पेट्रोल, खाद्यान्न, खाद इत्यादि की कालाबाजारा आदि की संभावना की विस्तृत समीक्षा भी की जाएगी। नशीले पदार्थों की उपलब्धता एवं सेवन और संलिप्त संस्थाओं का चिन्हांकन एवं ऐसे व्यक्ति के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी एवं नशा मुक्ति के लिए स्थानीय स्तर पर पहल भी की जाएगी।
दल द्वारा किसी भी अवैध गतिविधि में सम्मिलित व्यक्ति/व्यक्तियों का चिन्हांकन कर उनके विरूद्ध तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। यह दल अनुसूचित क्षेत्रों में उक्त कार्रवाइयों में शांति एवं विवाद निवारण समिति के सभी सदस्यों का भी सहयोग प्राप्त करेंगे। इसके साथ-साथ उक्त समिति को विवाद निपटाने के संबंध में आवश्यक प्रशिक्षण भी देना सुनिश्चित करेंगे। उक्त चौपाल आयोजन में अनुविभागीय राजस्व अधिकारी एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र की एक चौपाल में आवश्यक रूप से उपस्थित होंगे। इसी प्रकार अपर कलेक्टर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिले की एक चौपाल में आवश्यक रूप से उपस्थित रहेंगे