सुदर्शन टुडे न्यूज़ ब्यूरो चीफ खरगोन
खरगोन जिले की झिरनिया जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में निस्तार तालाब अधिकारियों की मिलीभगत से रोजगार गारंटी में भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है केंद्र सरकार द्वारा श्रमिकों को वर्ष भर रोजगार मिल सके वह काम की तलाश में दूसरे स्थान पर पलायन नहीं करें इसीलिए महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना लागू कर श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार दिया जा सके ऐसी शासन की मंशा है परंतु योजना का क्रियान्वयन करने वाली जनपद पंचायत झिरनिया कार्य एजेंसी के शासकीय अधिकारी कर्मचारियों उपयंत्री योजना का दुरुपयोग,कर श्रमिकों का हक छीना जा रहा है खरगोन जिले की आदिवासी तहसील झिरनिया जनपद पंचायत में पदस्थ योजना के अधिकारियों उपयंत्री के द्वारा क्षेत्र की कुछ ही पंचायतों में तथाकथित ठेकेदारों से मिलकर रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत निस्तारित तालाब अमृत सरोवर बिना जनपद पंचायतझिरनिया जनप्रतिनिधियों की सुकृति खरगोन जिला पंचायत से चेक डेम तालाब करा लाते है पंचायतों को तो महज कागजों पर ही एजेंसी होना बताया गया है सरपंच सचिव व रोजगार सहायक को उसके हिस्से का कमीशन देकर सरकार के खजाने से पूरी राशि निकाली जाती है और क्षेत्र के श्रमिक यह सब कुछ बैठ कर देखता रह गया सरपंच की मांग पर कार्य स्वीकृत नहीं होता है वह कुछ तथाकथित ठेकेदारों व उपयंत्री बिना प्रस्ताव ठहराव के अपनी मनपसंद की ग्राम पंचायतों में रातों-रात चेक डेम तालाब स्वीकृत कर लाते हैं और रातों-रात मशीनों से उसका निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाता है मूल्यांकन कर राशि निकाल लेते है जबकि सरपंच सचिव रोजगार सहायक योजना के संचालन करने वाले अधिकारी उनका काम करने में टालमटोल कर देते हैं जबकि तथाकथित ठेकेदारों उपयत्रियों के सभी कार्य इनके द्वारा किए जाते हैं बिना सेवा शुल्क के कभी कोई कार्य नहीं करते हैं जब तक इन्हें पेट पूजा नदी यह जो काम पूर्ण हो चुके हैं उन्हें भी पूरा बताने में सरपंच सचिव रोजगार सहायक को बिना 10 बार चक्कर लगाए नहीं करते हैं यहां एक सोचने की बात है कि झिरनिया जनपद पंचायत के अध्यक्ष उपाध्यक्ष जनपद सदस्य भाजपा सरकार के नेता गणों कार्यकर्ताओं को भी यह बात पता है कि जनपद में रोजगार गारंटी योजना में कितना भ्रष्टाचार किया जा रहा है इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों की जांच कर तत्काल कार्रवाई की,जाए शासन द्वारा