सुदर्शन टुडे ब्यूरो शाहनवाज खान शानू
कानपुर देहात राजपुर। कस्बा स्थित मुख्य नहर से फूटी अमरौधा, भोगनीपुर,सिथरा,भाल माइनर लाइन नहर विभाग की लापरवाही के कारण तीन माह से सूखी पड़ी है। नहर में पानी न आने से क्षेत्रीय किसानों की सैकड़ों बीघा खेती पलेवा के लिए पड़ी नहर में पानी आने का इंतजार कर रही है। नवम्बर माह बीतने वाला है विभाग की ओर से अभी सिल्ट सफाई का कार्य शुरू नहीं हो सका है। पानी की आस में किसान परेशान होकर निजी ट्यूबवेल से ऊंचे दाम पर पानी लेने को मजबूर हो रहे है। जिससे किसानों में नहर विभाग के अधिकारियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
कस्बा स्थित मुख्य नहर में तीन माह से नहर विभाग द्वारा पानी न छोड़ें जाने से अमरौधा, भोगनीपुर, सिथरा, भाल माइनर लाइन में पानी की जगह धूल उड़ रही है। नवम्बर माह बीतने वाला है नहर में पानी न छोड़ें जाने से किसानों की खेती पलेवा कैसे हो ऐ सोचकर किसान परेशान है। नहर विभाग द्वारा अभी तक सिल्ट सफाई व्यावस्था दुरुस्त नहीं करायी है। माइनर लाइन से जुड़े सैकड़ों गांवों के किसान रवी की फसल की पानी के बिना तैयारी नहीं कर पा रहे है। रामदयाल, रंजीत सिंह, महेंद्र सिंह,जगदीश कटियार, मुलायम सिंह, हरिपाल सिंह,मनोज यादव, अखलेश कुमार, सरताज अली,साकिर, रामबाबू, श्याम सुंदर, योगेन्द्र सिंह, मानसिंह, महफूज अली आदि किसानों ने बताया कि जैनपुर,देवनपुर, वैना, रसूलपुर, सलेमपुर, मदारीपुर,हरी का पुरवा, कुंवरपुर,भाल,खलासपुर,सिलैहरा,बाडापुर,सिथरा सहित सैकड़ों गांवों की माइनर लाइन से सटी खेती सिर्फ इसी के भरोसे होती है। जो बिना पानी के सूखी पड़ी पलेवा का इंतजार कर रही है। नहर में पानी न छोड़ें जाने से रवी की फसल बुआई लेट हो रही है। खेती पलेवा के लिए किसान निजी ट्यूबवेल से ऊंचे दाम पर पानी लेने को मजबूर हो रहे है। नहर विभाग द्वारा पानी न छोड़ें जाने से क्षेत्रीय किसानों में जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है। नहर विभाग अभियंता सिमरन कुमार ने बताया कि सिल्ट सफाई का कार्य शुरू किया गया है। सिल्ट सफाई के बाद नहर में पानी छोड़ा जाएगा।