सुदर्शन टुडे संवाददाता ओमप्रकाश राठौर बोड़ा
बोड़ा:- मध्य प्रदेश सरकार के लिए बेटी को बोझ नहीं वरदान है यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को रविंद्र भवन में लाडली आयोजित लाडली लक्ष्मी योजना का दूसरा चरण के शुभारंभ कार्यक्रम में कई मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम में 1437 लाडली बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए पहली किस्त 12 हजार 500 रूपये की प्रोत्साहन राशि का वितरण किया लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 में लाडली लक्ष्मी बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए दो किस्तों में 25 हजार की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2007 में लाड़ली लक्ष्मी योजना में शुरू की गई थी आज से 15 साल पहले शुरू हुई इस अनूठी पहल ने पूरे देश में बेटियों के प्रति एक नई सोच विकसित की है। बोड़ा नगर में बुधवार को दोपहर 3:00 बजे के करीब महिला एवं बाल विकास परियोजना बोड़ा द्वारा मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार लाडली लक्ष्मी उत्सव 2.0 के अंतर्गत लाडली लक्ष्मी उत्सव का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में वार्ड क्रमांक 1 से 15 तक की सभी लाडली लक्ष्मी नगर परिषद सभागार में उपस्थित हुई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर परिषद अध्यक्ष निकिता जयसवाल एवं पार्षद हेमलता यादव ,पार्षद रीना पाटीदार, पार्षद कमलेश बाई यादव, पार्षद महेश नाथ, पार्षद प्रतिनिधी सोनू पुस्पद, थे। नगर परिषद बोड़ा अध्यक्ष निकिता जायसवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश राज्य ऐसा पहला राज्य है जहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लड़के और लड़कियों में समानता लाने के लिए उक्त योजनाओं को क्रियान्वयन कर उस समानता को खत्म किया है। आंगनवाड़ियों में कुछ कमी है उस कमी को विभाग पूरा करें। कार्यक्रम के दौरान लाडली लक्ष्मी योजना के प्रारंभ से लेकर वर्तमान तक का सीधा प्रसारण भोपाल से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अभिभाषण कार्यक्रम को प्रसारित किया गया जो नगर परिषद सभा घर लाइव चला ।इस कार्यक्रम में नगर परिषद अध्यक्ष निकिता जयसवाल एवं पार्षद हेमलता यादव ,पार्षद रीना पाटीदार, पार्षद कमलेश बाई यादव, पार्षद महेश नाथ, पार्षद प्रतिनिधी सोनू पुस्पद, भाजपा मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश राठौर बोड़ा पत्रकार ,वार्ड क्रमांक 1से 15 तक की सभी लाड़ली लक्ष्मी बेटी और आगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका सभी मोजूद थी।