रायसेन।इस बार लगातार5 महीने बारिश होने की वजह से दीपावली के बीच कुम्हारों को काफी नुकसान हो रहा है। दीपों का त्योहार नजदीक है और बारिश बीच-बीच में हो रही है।जिससे देशी काली मिट्टी से दीपक बनाने के लिए कुम्हारों के चाक रफ्तार ही नहीं पकड़ पा रही हैं। गंजबाजार निवासी लखन चक्रवर्ती, राधेश्याम चक्रवर्ती, पाटनदेव निवासी सुनील महोबिया गोविंद तुलसीराम चक्रवर्ती ने बताया कि इस बार बारिश से पूरा काम गड़बड़ कर दिया है। इस बार बढ़े स्तर पर दीया नहीं बन पाए,।क्योंकि बारिश होने से मिट्टी तैयार नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में तीन पीढ़ियों से दीये बनाने का धंधा किया जाता है। सभी स्वजन अपना भरण पोषण इस काम से ही करते हैं, लेकिन इस बार दीपावली पर स्थानीय दीपक बहुत कम मात्रा में उपलब्ध हो जाएंगे।दीपावली के बीच कुम्हारों को काफी नुकसान:ज्यादा बारिश होने से बिगड़ा काम, कम बन पा रहे देशी दीपक
रायसेन।इस बार लगातार5 महीने बारिश होने की वजह से दीपावली के बीच कुम्हारों को काफी नुकसान हो रहा है। दीपों का त्योहार नजदीक है और बारिश बीच-बीच में हो रही है।जिससे देशी काली मिट्टी से दीपक बनाने के लिए कुम्हारों के चाक रफ्तार ही नहीं पकड़ पा रही हैं। गंजबाजार निवासी लखन चक्रवर्ती, राधेश्याम चक्रवर्ती, पाटनदेव निवासी सुनील महोबिया गोविंद तुलसीराम चक्रवर्ती ने बताया कि इस बार बारिश से पूरा काम गड़बड़ कर दिया है। इस बार बढ़े स्तर पर दीया नहीं बन पाए,।क्योंकि बारिश होने से मिट्टी तैयार नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में तीन पीढ़ियों से दीये बनाने का धंधा किया जाता है। सभी स्वजन अपना भरण पोषण इस काम से ही करते हैं, लेकिन इस बार दीपावली पर स्थानीय दीपक बहुत कम मात्रा में उपलब्ध हो जाएंगे।