*बैतूल सुदर्शन टुडे ब्यूरो चीफ राहुल नागले*
बैतूल।अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने सोमवार को छात्र हित में ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल को क्रमिक हड़ताल करने का निर्णय लिया है। धरना स्थल पर पहुंचे पूर्व सांसद रामू टेकाम ने भी संघ की मांगों को जायज बताते हुए उन्हें पूर्ण समर्थन देने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की मांगो को जल्दी से निराकरण करवाने का प्रयास करेंगे। पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र पंवार ने भी अध्यापक शिक्षकों की मांगों का समर्थन किया। जिलाध्यक्ष विनयसिंह राठौड़ ने कहा सभी ब्लॉकों से अपार समर्थन मिला, समस्याओं के निराकरण होने तक संघर्ष जारी रखेंगे। धरना स्थल पर आजाद राजपूत, देवानंद धुर्वे, हेमराज बेले, दशरथ धुर्वे, मुकेश उपराले, दिनेश वर्मा, जितेंद्र वागद्रे, महेंद्र भारती, राजेश गंगारे, लक्ष्मीचंद लिल्होरे, कुसुम साबले उपस्थित रहे।
निलंबन की कार्यवाही का विरोध
जिलाध्यक्ष विनयसिंह राठौड़ ने बताया कि शासन की हठधर्मिता एवं छात्र हित में आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल को क्रमिक हड़ताल में बदला। जिस प्रकार से शासन प्रशासन द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे शिक्षकों को निलंबित करने की कार्यवाही की जा रही है उसकी आजाद अध्यापक शिक्षक संघ घोर निंदा करता हैं। प्रशासन के इस अडियल रवैए के कारण शिक्षकों में रोष व्याप्त है, निलंबन आदेशों से शिक्षक विचलित नहीं हुए हैं बल्कि उन्होंने धरना अब क्रमिक रुप से जारी रखने का निर्णय लिया है। जब तक मांगो एवं समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाता तब तक जारी रहेगा। जिस प्रकार से सरकार प्रदेश के सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों को निलंबित किये जा रहे हैं यह शासन की तानाशाही रवैये के घोतक है। जिस समस्या का हल शासन प्रशासन बातचीत से कर सकता था, लेकिन उन शिक्षकों को निलंबित किए जा रहे हैं। इसलिए प्रांतीय अध्यक्ष भरत पटेल ने जबलपुर में आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया है। सरकार जब तक शिक्षकों का निलंबन वापस नहीं लेती एवं शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण नहीं करती है प्रांतीय अध्यक्ष का आमरण अनशन जारी रहेगा। सभी जिलों में शैक्षणिक कार्य के पश्चात अवकाश के समय में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।