रायसेन।
रायसेन शहर में इन दिनों एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है।जिला परिवहन विभाग ट्रैफिक पुलिस की मनमानी और घोर लापरवाही के चलते ऑटो चालक बच्चों को स्कूल छोड़ने और लाने के दौरान ऑटो में पीछे पैर लटकाकर बैठा रहे हैं। अगर कभी और कोई ऑटो का पहिया गड्ढे में चला जाता है, बच्चों के गिरने का डर बना रहता है। लेकिन हादसे की आशंका के बावजूद बच्चे जान जोखिम में डालकर सफर करने के लिए मजबूर है।
इसमें खास बात तो यह है कि ऑटो चालक दिनभर में दो बार यातायात थाना कार्यालय और आरटीओ कार्यालय खरगावली के सामने से ही गुजरते हैं।लेकिन इस ओर ना तो आरटीओ ,यातायात विभाग ध्यान दे रहा, ना ही जिला प्रशासन । बच्चों को छोड़ने वाले ऑटो के पीछे जाली भी नहीं लगी है। जिस कारण बच्चे अक्सर ऑटो के पीछे लटके रहते हैं।
शहर के सेंट फ्रांसिस कान्वेंट स्कूल और केंद्रीय विद्यालय सहित एक्सीलेंस स्कूल पाटनदेव की छुट्टी होने के बाद ऑटो चालक बच्चों को अपने ऑटो में पीछे तक ढूंढ-ढूंढ कर भरते हैं। जिनमें कई बच्चे तो ऐसे हैं जो ऑटो के पीछे पैर लटका कर देखे जा सकते हैं। अगर कभी किसी दिन कोई हादसा होता है, तो बच्चे इसका शिकार हो सकते है।
मोटा लेनदेन कर निपटा रहे फाइल….
जिला परिवहन अधिकारी मोटी कमीशनखोरी कर बड़ी फाइलें अपने भारत बिहार कॉलोनी के बंगले पर निपटाते नजर आते हैं।बताया जाता है कि साहब का ड्राइवर दिनभर दफ्तर के बगल वाले रूम में बैठकर एजेंटों और वाहन मालिकों की गाड़ियों की फाइलें आरटीओ की जीप में रखकर शाम के वक्त फाइलें ले जाते नजर आते हैं।
हफ्तेभर बाद होगी कार्रवाई….
इस संबंध में यातायात प्रभारी दिनेश मर्सकुले का कहना है कि 7 दिन बाद जिला परिवहन और यातायात विभाग की सामूहिक कार्रवाई की जाएगी।ताकि स्कूली विद्यार्थियों की जान सुरक्षित रह सके।
तहलका न्यूज़ चैनल रायसेन के लिए जिला ब्यूरो चीफ शिवलाल यादव की विशेष रिपोर्ट…