डेलीगेट्स महेश्वर आने की सम्भावना बड़ी
सुदर्शन टुडे न्यूज़ ब्यूरो चीफ खरगोन लालू जामलकर की रिपोर्ट
खरगोन 20 अगस्त 22/विश्व में अर्थव्यवस्थाओं के प्रभावशाली समूह जी-20 की वर्ष 2023 की बैठक जनवरी माह में इंदौर में हो सकती है। शनिवार को भारत सरकार सचिवालय के अधिकारियों ने महेश्वर नगरी का भ्रमण कर यहां के पर्यटन स्थल और आवश्यक व्यवस्थाओं के सम्बंध में कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम से चर्चा की। कलेक्टर श्री कुमार ने महेश्वर और आसपास इलाकों तथा महेश्वरी साड़ी के बारे में जानकारी दी। सचिवालय के जॉइंट सेकेट्री श्री रमेश बाबू ने महेश्वर नगर का भी भ्रमण किया। यहां उन्होंने किला परिसर का अवलोकन तथा साथ नोका विहार करते हुए जिला पंचायत सीईओ श्री दिव्यांक सिंह के साथ जी-20 सम्मेलन से जुड़ी गतिविधियों और व्यवस्थाओं पर चर्चा की। इसके बाद रेवा सोसाइटी में साड़ी बनाने की तकनीक के बारे में जानकारी ली। जॉइंट सेकेट्री श्री रमेश ने माँ अहिल्या बाई की गादी के दर्शन कर रिचर्ड होलकर से भी मुलाकात की। इस दौरान एसडीएम सुश्री दिव्या पटेल, थाना प्रभारी श्री पंकज तिवारी और तहसीलदार श्री मुकेश बामनिया भी उपस्थित रहे।
आदिवासी नर्तक दल शिखर सम्मेलन में कर सकता है परफार्म
सचिवालय से आये अधिकारियों ने महेश्वर नगर भ्रमण के दौरान जिला पंचायत सीईओ से खरगोन जिले की बहुत महत्वपुर्ण विशेषताओं की भी जानकारी ली। जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि आगामी जनवरी में 4 दिनी शिखर सम्मेलन की बैठक इंदौर में प्रस्तावित है। इस बैठक में विभिन्न देशों से आने वाले डेलीगेट्स को इंदौर के आसपास के पर्यटन स्थलों का भी अवलोकन कराया जाएगा। इसी परिप्रेक्ष्य में कई देशों के राजनीतिज्ञों और अधिकारियों के भी महेश्वर आने की संभावना है। साथ ही जी-20 की बैठक में मप्र की आदिवासी संस्कृति की झलक प्रस्तुत करने का अवसर झिरन्या के आदिवासी महिलाओं के नर्तक दल को भी करने मिल सकता है। सचिवालय के अधिकारी से इस सम्बंध में आवश्यक चर्चा में यह बात सामने आई है। इंदौर में समूह की बैठक में शामिल होने वाले कई देशों के प्रतिनिधि महेश्वर घूमने आने की सम्भावना बढ़ गई है। ज्ञात हो कि जी-20 समूह में कुल 130 देश शामिल है। उन्ही की तैयारियों के सम्बंध में सचिवालय के अधिकारियों ने महेश्वर का दौरा किया है। ऐसी जानकारी है कि दिसम्बर से प्रारम्भ होने वाले जी-20 के शिखर सम्मेलन में कुल 190 बैठकें होने की सम्भावना है। ये बैठकें देश के अलग-अलग शहरों में होगी।