बदनावर। ग्राम जवासिया के राम मंदिर में सार्वजनिक भागवत कथा का आयोजन चल रहा है 30 से अधिक वर्षों से वाचन कर रहे परम पुज्य कथावाचक श्री दुर्गा लाल शर्मा। कोराना काल में आयोजन पर विराम लगा था अब अपनी मधुर वाणी से फिर से भागवत कथा का वाचन शुरू किया। मनुष्य जन्म मिला है तो सभी को प्रेम रखना चाहिए नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की इन शब्दों के साथ महाराज श्री दुर्गालाल जी शर्मा ने ग्राम जवासिया के राम मंदिर में अपनी सुमधुर वाणी में भजन प्रस्तुत किया तो कभी नंदलाला प्रगट भए आज, बिरज में लडुआ बँटे यह बोल जब कृष्ण जन्मोत्सव की प्रसन्नता के रूप में अभिव्यक्त हुआ तो लोक भाषा में लोक अभिरुचि को स्पर्श किया और पंक्तियां सीधे हृदय में प्रविष्ट हो गईं। जायो यशोदा ने लल्ला ,मोहल्ला में हल्ला मच गयो जब ठेठ लोकगीत के माध्यम से बधाई और खुशी का वातावरण कथावाचक महोदय प्रस्तुत करने लगे ,तब तो वातावरण की रसमयता की केवल कल्पना ही की जा सकती है । कृष्ण जन्म भागवत का अत्यंत महत्वपूर्ण और रुचिकर प्रसंग है । कथावाचक महोदय ने वर्णन भी तो खूब हृदय से किया । शुकदेव जी द्वारा परीक्षित जी को भागवत कथा सुनाते सुनाते आज चार दिन और चार रात्रि व्यतीत हो गई थीं। भगवान कृष्ण का जन्म कंस के कारागार में हुआ सोमवार को श्री दुर्गालाल जी शर्मा व उनके स्व पिताजी कन्हैयालाल जी शर्मा द्वारा भागवत कथा करते करते 75 वर्ष हो गए इसके उपलक्ष में सोमवार को भव्य शोभायात्रा व सम्मान ग्रामवासियों की ओर से रखा गया है।
previous post