खण्डवा 13 जून, 2022 – खण्डवा जिले के पुनासा ब्लॉक के ग्राम पालसूद में श्रीमती वर्षा पति मुकेंद्र की बेटी जिसकी उम्र 1 माह की थी और वजन 1 किलो 700 ग्राम था। वह उसकी बेटी को गंभीर अवस्था में उल्टी दस्त और बुखार के साथ जिला चिकित्सालय खंडवा में लेकर आई थी। यहां पर उसकी बेटी को डॉ. भूषण बांडे शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा देखा और जांच के पश्चात उसे पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती किया गया। श्रीमती वर्षा ने बताया कि उसकी बच्ची को यहां पर 8 दिन भर्ती रखकर प्रतिदिन स्वास्थ्य की जांच एवं उपचार के साथ दूध पिलाने के लिए उचित परामर्श दिया गया। इसी प्रकार दिन प्रतिदिन बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार व वजन में वृद्धि हुई और वजन बढ़कर 2 किलो 500 ग्राम होने एवं पूरी तरह से स्वस्थ होने पर गत 12 मई 2022 को एनआरसी से छुट्टी कर गई दी गई। इसके बाद 15 दिन के अंतराल से दो फॉलो किए गए, जिसमें बच्ची का वजन 11 जून 2022 को बढ़कर 3 किलो 500 ग्राम दर्ज किया गया। पोषण पुनर्वास केंद्र की पोषक प्रशिक्षक शबनम खान ने बताया कि माताओं को दूध पिलाने के सही तरीकों की जानकारी देते हुए स्वच्छता एवं आहार के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। घर में उपलब्ध खाद्य सामग्री से ज्यादा से ज्यादा पोषण आहार दिया जा सकता है यह भी जानकारी दी गई। इसके बाद पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों की माताओं को सिविल सर्जन डॉ. ओपी जुगतावत द्वारा बताया गया कि बच्चे की परवरिश में मां की अहम भूमिका होती है इसीलिए हर मां को अपना स्वयं का एवं अपने बच्चे के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए यदि सभी माताएं यह ठान लें कि अपने बच्चे को उसकी उम्र के अनुसार आहार एवं स्वच्छता पर ध्यान देती है, तो हम बच्चों को कुपोषण एवं अन्य बीमारियों से बचा सकते है एवं शिशु मृत्यु दर को भी कम कर सकते हैं। डॉ. जुगतावत ने अपील की है कि आप सभी अपने अपने बच्चों की अच्छी परवरिश करें ताकि कुपोषण का शिकार ना हो। इस दौरान गुड़िया की मां श्रीमती वर्षा एवं पिता मुकेंद्र ने खुशियां जाहिर कर अस्पताल प्रशासन एवं सभी स्टॉफ का आभार व्यक्त किया।