कलश यात्रा के साथ ही शुरू हुई श्री शिव महापुराण कथा
बदनावर। कलयुग में केवल भगवान के नाम का स्मरण हमारे कष्टों को काट देता है। शिव महापुराण कथा कहती है कि आपने अगर 7 दिन तक नियम और संयम रखकर भाव के साथ में कथा का श्रवण कर लिया तो जीवन में सारे दुख भोलेनाथ हर लेते हैं। भागवत कथा 7 पीढ़ियों के पितरों को तारती है, तो शिव महापुराण एक बार विधि विधान से सुन लेने से 21 पीढ़ियों के पितरों का उद्धार हो जाता है।
यह बात यहां प्राचीन बैजनाथ महादेव मंदिर में रविवार से शुरू हुई शिव महापुराण कथा में कथावाचक राष्ट्रीय कथा व्यास पं महेश पाराशर शास्त्री ने प्रवचन में कही । शास्री ने कहा कि हमारे बच्चों को धर्म से जोड़कर संस्कारवार बनाना पड़ेगा। बच्चों को कुपुत्र नहीं सुपुत्र बनना है तभी माता पिता का आशीर्वाद उन्हें मिलेगा। उन्होंने कहा कि भोलेनाथ की लीला अपरंपार है, जो शिव की भक्ति में लग जाता है। उसका बेड़ा पार स्वयं भगवान भोलेनाथ करते हैं।
कथा शुरुआत के पहले निकली कलश यात्रा,
इसके पहले नगर में धूमधाम से बैंडबाजों के साथ में कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा बैजनाथ मंदिर से शुरू हुई, जो नगर भृमण के पश्चात कथा स्थल पहुंची। यात्रा का नगर में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इसके पश्चात बैजनाथ महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ का अभिषेक हुआ। बाद में कथा शुरू हुई। आज के मुख्य यजमान दुर्गेशपुरी गोस्वामी थे। कथा के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण करने के लिए पहुंचे। कथा 7 जनवरी तक चलेगी कथा का समय दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक है। इस मौके पर प्रतिदिन रोज 9 बजे से 11:00 बजे तक पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक भी किया जाएगा। कथा को लेकर नगर में धार्मिक उत्साह का माहौल बना हुआ है।