कुछ ऐसे भी बाहुबली और माफिया जहां पहुँचते ही बुलडोजर रुक जाता है
जिले भर में रेत महंगे होने से मकान बनवाने वालों के छूट रहे पसीने।
अनूपपुर, सुदर्शन टुडे। जिले के कोतमा जनपद अंतर्गत अंतिम छोर पर बसे ग्राम पंचायत खोड़री नंबर एक से गुजरने वाली केवई नदी में रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है। रेत खनन के लिए कोई ठेका नहीं हुआ और न ही कोई जगह लीज पर दी गई फिर भी नदी से रेत का खनन हो रहा है और क्षेत्र के ग्रामीणों को महंगे दाम पर रेत बेची जा रही है जिसका सबसे ज्यादा असर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाने वाले हितग्राहियों को पड़ा है महंगी दर पर रेत मिलने से मकान की लागत अधिक आ रही है। खोडरी नंबर एक गांव के आसपास कई गांव बसे हुए हैं और यहां से गुजरने वाली केवई नदी जिसमें रेत रूपी खनिज का अपार भंडार है और रेत जो आज हर आदमी की जरूरत है। कोई भी निर्माण कार्य रेत के बिना संभव नहीं एवं किसी गरीब का घर बन नहीं सकता।अब यही रेत खनिज माफियाओं के कब्जे में हो जाने से ग्रामीण जो अपने क्षेत्र से गुजरने वाली नदी से भी रेत नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं उन्हें दबंग लोगों से रेत अवैध रूप की लेनी पड़ रही है और बदले में दुगने दाम चुकाने पड़ रहे हैं। यह ग्रामीण अंचल छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से लगा हुआ है। दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण शिकायत के बावजूद यहां खनिज एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी रेत का अवैध उत्खनन करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने नहीं जा रहे जिससे यहां से निकाले जाने वाली रेल क्षेत्र के गांव के साथ ही छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती गांव में भी भेजी जा रही है। बताया गया है कि कोतमा निवासी एक व्यक्ति द्वारा अपने कई लोगों को यहां तैनात कर डरा धमका कर रेत दिन-रात चौकड़ी पहरा देकर खनन करा रहा है।