दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में दूसरे दिन 15 सौ से अधिक रोगियों ने लिया स्वास्थ्य
सुदर्शन टुडे के लिए खरगोन से संवादाता शाहिद खान की रिपोर्ट
जिला अस्पताल परिसर में आयोजित हुए दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर के दुसरे दिन करीब 15 सौ से अधिक रोगियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। इसमें खासकर उन रोगियों और उनके परिजनों को राहत मिली जो दिल में छेद, किसी को हृ़दय रोग, किसी को जन्मजात बीमारी, कोई भेंगापन, बेहरापन, कटे होठ, तालू जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित था। यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सघन जांच के बाद जब ऑपरेशन से बीमारी दुर होने का आश्वासन दिया तो मरीज सहित उनके परिजनों ने राहत महसूस की। दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में कई विशेषज्ञ डाक्टरों ने ब्लॉक स्तर से चयनित रोगियों की जांच कर आवश्यक उपाय सुझाया। जबकि ऐसे रोगी जिनका सम्पूर्ण उपचार किसी अच्छे अस्पताल में संभव नहीं है। उन्हें वहां के लिए रेफर किया है।
डॉ. मोहक ने अक्षत के स्वस्थ्य होने की आशा जगाई
स्वास्थ्य शिविर के दूसरे दिन धुलकोट के 3 वर्षीय अक्षत सुनिल बड़ोले की आवश्यक जांच अरविंदों के प्लास्टिक सर्जन मोहक जैने ने की। अक्षत सुनील बड़ोले के दोनों हाथों की ऊंगलिया टेडी होकर आपस में चिपकी हुई है, उसे ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया है। अक्षत की मां बिंदिया ने बताया कि वह धुलकोट निवासी होकर आंगनवाडी सहायिका है। बेटे को जन्म से ऊंगलिया जुड़ी होने की समस्या है। हाथ ठीक से काम नहीं करते। शिविर में जांच कराने पर चिकित्सक ने ऑपरेशन के बाद ऊंगलिया अलग होकर स्वस्थ होने का आश्वासन दिया है जिससे उन्हें राहत मिली है। बिंदिया के मुताबिक यह पारिवारिक बीमारी है, अक्षत के पिता और दादा को भी यह समस्या है। इसके अलावा 4 वर्षीय राजश्री अंदड, 7 वर्षीय चांदनी रेगवा जन्मजात कान नहीं होने, महिमा काल्यापानी को तालू ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया है। योगिता पिता विक्रम निवासी कसरावद को उसकी दादी रेवाबाई आंख के भेंगापन की समस्या को लेकर शिविर में पहुंची थी। शिविर के दौरान मरीजों को निशुल्क दवाईयां भी वितरित की गई।
दो दिनों में 3084 मरीजों ने लिया उपचार
दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का समापन हुआ है। इन दो दिनों में कुल 3084 मरीजों ने विशेषज्ञ डॉक्टरों से अपनी-अपनी बिमारियों का उपचार लिया है। विशेषज्ञ डॉक्टरों ने ऐसे 121 मरीजों को अच्छे उचार के लिए रेफर किया है। इसमें बाल ह्दय रोग के 44, कांकलियर इम्प्लांट के 10, क्लब फुट के 16, हड्डी रोग के 4, स्त्री रोग के 2, यूरोलॉजी 4, न्यूरो के 2, ह्रदय रोग के 10 मानसिक रोग के 2, भेंगापन के 16, मोतियाबिंद के 2, कटे होंठ तालु के 6, दंत चिकित्सा के 2 और शल्य रोग के 1 मरीज को रेफर किया है।