संवादाता आनंद राठौर
बड़वाह…. बड़वाह के तेंदुपत्ता की क्वालिटी पुरे प्रदेश में प्रसिद्ध है।यही कारण है की इस वर्ष पुरे प्रदेश में सबसे ज्यादा रेट बड़वाह के तेंदू पत्ते के है।तेज धूप के कारण तेंदूपत्ता की अच्छी उपज मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।वन मंडल बड़वाह के अंतर्गत सभी समितियों ने तेंदुपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू कर दिया है। डीएफओ एमबी सिरसैय्या ने बताया कि बड़वाह डिविजन में 6 हजार 500 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रह का लक्ष्य रखा गया है। इससे 8 हजार तेंदूपत्ता श्रमिकों का फायदा मिलेगा।वनमंडल में 65 फड़ो पर संग्रहण का कार्य जारी है।डिवीजन के जंगलों में तेंदू के पेड़ों पर शाखाएं काटने के तकनीकी पहलुओं की जानकारी देने के लिए वन समितियों द्वारा विगत दिनों तेंदूपत्ता श्रमिकों को प्रशिक्षण दिया गया।पेड़ की टहनियां काटने से शाखाओं का फुटान अच्छा होने से उन पर पत्ते ज्यादा आएंगे। इस दौरान बड़वाह वन मण्डल रेंजर डीएस राठौर, एचएस सिसोदिया सहित वनकर्मी मौजूद थे।
बढ़े दाम का संग्राहकों को फायदाः-तेंदुपत्ता बोनस राशि से संग्राहक अपना गुजर बसर करते हैं|।प्रदेश सरकार ने इस बार संग्रहण कार्य में प्रति मानक बोरा 500 रुपये की बढ़ोत्तरी की है।अब संग्राहकों को 3 हजार रुपये प्रति मानक बोरा तेंदुपत्ता तुड़ाई मिलेगी।पहले संग्राहकों को प्रति मानक बोरा ढाई हजार रुपये मिलते थे।इससे संग्राहक परिवारों को फायदा होगा।
7 समितियों के माध्यम से चल रहा कार्य-डिविजन की 7 वन समितियों के माध्यम से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य चल रहा है। पिछले साल के मुकाबले इस साल उत्पादन अच्छा होने का सीधा आर्थिक लाभ मजदूरों को मिलेगा।15 से 20 दिन तक चलने वाले तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य से प्रत्येक परिवार को 15 से 20 हजार रुपए की औसत आमदनी होने का अनुमान है।वन विभाग द्वारा तेंदूपत्ता श्रमिकों को पारिश्रमिक एवं बोनस राशि का नकद वितरण किया जाएगा।
6 हजार 500 मानक बोरो का लक्ष्य,करीब 70 लाख से अधिक की मजदूरी मिलेगी — इस वर्ष पुरे वृत्त में तेंदुपत्ता संग्रहण का लक्ष्य करीब 6 हजार 500 मानक बोरे तय किया गया है। यदि विभाग तय लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है, इससे करीब 8 हजार मजदूरों को 70 लाख से अधिक की राशि शासन द्वारा दी जाएगी।इस वर्ष संग्रहण कार्य करने वालो को प्रति मानक बोरा दर के रूप में 3000 रूपये दी जाएंगे।जो पिछले वर्ष के मुकाबले 500 रूपये ज्यादा है।