जिला ब्यूरो विनय कुमार राठौड़ नर्मदा पुरम सुदर्शन टुडे संवाददाता
मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिया सुझाव, अनाज संग्रह करना ही है तो भाजपा कार्यकर्ताओं को दे दे जिम्मेदारी महिलाओं का आत्मसम्मान बरकरार रखे सरकार
नर्मदापुरम – जिलेमें मटका पोषण कार्यक्रम के अंतर्गत एक तुगलकी आदेश के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और जमीनी कर्मचारियों से घर घर जाकर गेहूं, चावल, मूंग, मसूर, और अन्य अनाज एकत्रित करने का लक्ष्य सरकार द्वारा तय किया गया है । जिसमें कर्मचारियों को काफी परेशानी आ रही है ।मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल ने मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर इस आदेश को निरस्त करने की मांग की है । उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाओं को आप अपनी बहन मानते हैं, और बहनों से भिक्षावृत्ति कराना कहां तक उचित है । अपने पत्र में उन्होंने प्रदेश सरकार की नीति को आड़े हाथों लेते हुए कहा, कि क्या मध्य प्रदेश सरकार नौनिहालों के पोषण की जिम्मेदारी भी नहीं निभा पा रही है..? क्या सरकार अब भिक्षावृत्ति के माध्यम से ही नौनिहालों का पोषण कार्यक्रम संचालित करेगी .?और अगर इसे जनभागीदारी से ही करना है, तो हमारा सुझाव है कि इसमें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को आदेशित करें कि वह घर घर जाकर अनाज संग्रह करें और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भेंट करें । उन्होंने बताया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी को 5 क्विंटल अनाज एकत्रित करने का तुगलकी फरमान है । जिसमे कार्यकर्ता और कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।जहां अनाज मांगने जाते हैं, वह लोग उन्हें ताने देते हैं और अपमानित भी करते हैं । उन्होंने मुख्यमंत्री जी से निवेदन किया कि महिलाओं की आत्म सम्मान के साथ खिलवाड़ ना हो, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से उनके द्वारा अपनी मांगों को लेकर किए गए आंदोलन का कथित बदला ना लिया जाए । और प्रदेश में पोषण कार्यक्रम भी सुचारू रूप से संचालित हो सके ।