दैनिक सुदर्शन टुडे ब्यूरो रीवा।
भारतीय स्टेट बैंक रघुराजगढ़ बैंक के शाखा प्रबंधक की मनमानी से आक्रोशित ग्राहकों ने बैंक के बाहर हंगामा किया। ग्राहकों ने बताया कि काफी लंबी दूरी तय कर के हम बैंक आते हैं और और बैंक मैनेजर द्वारा मनमानी तरीके से अपमानित बातें की जाती है और बाहर भगाया जाता है जिससे परेशान होकर क्षेत्र के लोगों ने स्टेट बैंक रघुराजगढ़ के बाहर जमकर प्रदर्शन किया लोगों का कहना है की बैंक मैनेजर द्वारा आए दिन इसी प्रकार से ग्राहकों के साथ बतमीजी और अश्लील शब्दों का प्रयोग किया जाता है जिसको लेकर लोगों में काफी गुस्सा और नाराजगी भी देखी जा सकती है आपको हम बता दें यह कोई नया मामला नहीं है इस तरह के मामले बैंक मैनेजर के ऊपर पूर्व में भी लग चुके हैं लेकिन बैंक मैनेजर मुकेश मिश्रा अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं इससे यह साफ जाहिर होता है मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों का इनको कोई डर नहीं है और इनका कहना यह भी है मैं बैंक मैनेजर हूं और मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता जितना कहता हूं उतना सुनो और धक्के मार कर कई लोगो को बाहर निकाल दिया गया ताजा मामला हम आपको बता दें कि बीते दिनों महेंद्र दुवे उम्र 65 वर्ष निवासी ग्राम दुरौध के साथ बैंक मैनेजर मुकेश मिश्रा ने बीते दिनों असोभनीय शब्दों गाली गलौज का प्रयोग किया जिसको लेकर वहीं परेशान लोगों ने बताया कि वे लोग लंबी दूरी तय कर पैदल बैंक पहुंचें पासबुक अपडेट कराने के लिए एवं पैसा निकासी के लिए पासबुक जमा किया, लेकिन शाखा प्रबंधक की मनमानी के कारण न तो पासबुक ही अपडेट हुआ और न ही पैसा मिला। ग्राहकों ने बताया की अक्सर शाखा प्रबंधक की लापरवाही के कारण हम लोगों का काम नहीं हो पाता है और लौटना पडता है। आक्रोशित ग्राहकों ने मौके पर ही मामले की सूचना स्थानीय जिला स्तरीय अधिकारियों को पीड़ित महेंद्र दुबे ने रीवा पहुंचकर बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को मामले में अवगत कराया जिसको लेकर आज दिनांक 26 अप्रैल 2024 को मुख्यालय से वरिष्ठ अधिकारियों ने रघुराजगढ़ शाखा पहुंचकर वहां का जायजा लिया लेकिन जांच के दौरान उन्हें क्या तत्व मिला अधिकारियों ने इस संबंध में कुछ बताने को सख्त मना कर दिए अधिकारियों का कहना था इस मामले पर अभी कुछ नहीं कर सकते हमको इतना पावर नहीं है आपको हम बता दें कि इस तरह से बैंक मैनेजर का विवादित रवैया उन पर शोभा नहीं देता परेशान उपभोक्ताओं का कहना है इस तरह के बैंक मैनेजर पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए बैंक मैनेजर मुकेश मिश्रा का कहना है मैं पढ़ लिखकर नौकरी पाया हूं और मुझे इस पद से कोई नहीं हटा सकता है जिसको जो करना है कर सकते हैं मैं यही हूं और यही रहूंगा। देखना है अब जिले में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस मामले को लेकर क्या कार्रवाई की जाती है