सुदर्शन टुडे ब्यूरो लुकमान खत्री
खरगोन में पिछले एक सप्ताह से शहर सहित अंचल में गणगौर उत्सव की धूम बरकरार है। चैत्र पंचमी पर कई स्थानों पर रथ बौडाने की परंपरा है तो कई स्थानों पर माता के जवारे विसर्जन की रीति निभाई गई। शनिवार देर शाम श्रृंगारित रथों को भव्य शोभायात्रा के रुप में कुंदा तटों पर ले जाया गया। यहां विशेष पूजा.अर्चना के बाद जवारे रुपी माता को गले लगाने के बाद नम आंखों से विदाई दी गई। खरगोन कुंदा तट रंग बिरंगी रोशनी से नहाया गया था, कुंदा की धारा भी कल कल बहती नजर आई, शहर में कई स्थानों पर अलग. अलग दिन बाड़ी खुलने से रविवार को भी रथ बौड़ाने की परंपरा निभाई गई। कई श्रद्धालू घाट से रथों को माता से एक दिन उनके घर रुकने की मिन्नत कर लौटा लाए। इसके चलते रविवार को भी भंडारे और विसर्जन का दौर चला। रोशनी से जगमगाए कुंदा तट पर देर रात तक माता के जवारों का विसर्जन होता रहा। गर्मी को देखते हुए चल समारोह के दोरान कई सामाजिक संगठनों द्वारा माता के भक्तों के लिए शीतल पेय के स्टॉल भी लगाए गए। पहाड़ सिंह पुरा, मारु मोहल्ला ,तवड़ी मोहल्ला, तालाब चौक सहित शहर के अन्य स्थानों पर गणगौर माता को नम आंखों से विदाई दी गई।