पचोर (सुदर्शन टुडे)।
क्षेत्र के प्रसिद्ध मां बिजासन भेसवा कलाली माता में 108 श्री शतचंडी महायज्ञ के साथ मंदिर परिसर में नो देवासी संगीतमय श्री राम कथा के चौथे दिन राम जन्मोत्सव मनाया गया इस मौके पर श्रद्धालु भगवान श्री राम सहित चारों भाइयों के जन्म कथा का श्रवण कर झूम उठे कथा वाचक पंडित श्याम मनावत ने राम जन्म प्रसंग की ऐसी व्याख्या की की श्रोता भाव विभोर हो गए पंडित मनावत ने अपने मुखारविंद से आगे कहा कि कौशल्या को पूर्व दिशा मानकर प्रणाम किया गया पूर्व की दिशा सर्वाधिक पवित्र दिशा है भोजन दान स्नान सभी कार्य पूर्ण पूर्ण श्रेष्ठ दिशा है क्योंकि पूर्व दिशा में प्रतिदिन सूर्य को देती है पूर्व दिशा प्रकाश की दिशाएं पूर्व दिशा ज्ञान की दिशा है पूर्व दिशा दान की दिशा है सूरज अपना उजाला दसों दिशाओं को दान करता है इसीलिए देने की दिशा है सूरज उगता है संसार को उजाला दे देने वाली दशा है कौशल्या की तुलना की गई है क्योंकि कौशल्या अभी लोक कल्याण के लिए राम को देती है वह निशाचारों के लिए राम को देती है क्योंकि वह उत्तर के घर विधाता को देती है राम पास चाहते हो तो देना सीखो यह विचार मानस मर्मज्ञ पंडित श्याम मनावत ने व्यक्त किये तथा मनुष्य संसार में प्रसव के माध्यम से आता है परंतु ईश्वर का शरीर उत्सव के माध्यम से आता है भारत देश उत्सव का देश है यहां आनंद ही आनंद है क्योंकि दशरथ के घर आनंद भयो जय कौशल्या लाल की जिस भूमि पर परमात्मा प्रकट होता हो वह भूमि नित्यानंद देती है इसीलिए सभी धर्म प्रेमी बंधुओ से अपील की गई कि अधिक से अधिक संख्या में कथा श्रवण करने के लिए पधारे एवं भगवान का दर्शन लाभ लेकर अपने जीवन को धन्य बनाएं। संगीतमय श्री राम कथा सुनने के लिए दोपहर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही है श्री राम कथा में के अमृत वर्षा में श्रद्धालु गोता लगा रहे हैं कथा दोपहर 12:00 बजे से लेकर 3:00 तक श्री राम कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है।