सुदर्शन टुडे संवाददाता शिवशंकर राठौर
झिरन्या मारबाडी समाज गणगौर-उत्सव होली से प्रारंभ हो जाता है जो 16 दिनो तक चलताहै। उक्त जानकारी देते हुए, रिम्मी अग्रवाल ने बताया कि प्रतिदिन लडकियों बगीचे एवम् जलाशय पर जाकर मिट्टी के बिलौरे बचाकर सजाकर उनका विधिवत् पूजन करती है तथा कुआरी लडकियाँ, कुकू, हल्दी, मेहन्दी एवं काजल की 8-8 बिन्दिया तथा ब्यावली लडकियाँ 16-16 बिन्दी लगाकर गणगौर के गीत गाकर पूजन करती है। सप्तमी के दिन से ईसर- गौराजीके जोडे लाकर उनका पूजन किया जाता है। एवं गणगौर भाता को सायंकाल घर-घर पानी पिलाने के लिये ले जाया जाता है।.
इस वर्ष रिम्मी अग्रवाल के साथ नगरकी युवतियाँ सिद्धि, आयुषी, शिवानी, कोमल, शानवि, रूही, गीतिका, अंजलि, परी, तरुणा, साक्षी, नव्या, ईशिका, यति, रति, बबली, वैष्णवी, प्रियांशी, हिमांशी, अदिति आदि के द्वारा घूम-धाम म से पर्व मनाया जा रहा है।