Sudarshan Today
rajgarh

रुका पलायन समृद्धता की ओर बढ़ता किसान।मोहनपुरा, कुंडालिया से बड़ा सिंचाई का रकबा,किसान के घर बड़ी रोनक।48 हजार से सिंचाई का रकबा पहुंच 2 लाख 10 हजार हेक्टियर।

देवराज चौहान सुदर्शन टुडे

राजगढ़। कई पीढ़ियों से सूखे की मार झेल रहा पथरीली झीलों व पहाड़ों के बीच बसा राजगढ़ अब पंजाब हरियाणा की तरह हरियाली व किसानों की समृद्धता में बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। यहां हो रहे लगातार विकास के साथ जहां बड़े-बड़े शहरों व ग्रामीण क्षेत्र की दशाएं सुधरती हुई दिखाई दे रही है। वहीं खेती किसानी के लिए एक बड़ा रकबा जो लंबे समय से प्यासा दिखाई दे रहा था को भी जिले में मोहनपुरा, कुंडालियां जैसी बड़ी सिंचाई परियोजनाएं मिलने के बाद अब यहां लगातार किसान समृद्ध और खुशहाल नजर आने लगे हैं। वहीं मोहनपुरा परियोजना के माध्यम से बिछाई गई देश की पहली अंडरग्राउंड सिंचाई प्रणाली जिसके माध्यम से हर घर में नल की तरह हर खेत को कनेक्शन के माध्यम से पानी मिलने लगा है। इससे जहां सूखे खेतों की प्यास बुझी है वहीं अच्छी फसले होने से किसान भी समृद्ध होते दिखाई दे रहा है।पारंपरिक खेती को छोड़ किसान करने लगे उन्नत तकनीक से खेती। पुरानी परंपराओं के साथ जुड़ी खेती किसानी भी अब अपने नए स्वरूप में दिखाई देने लगी है। जहां पहले किसान अपनी जमीनों में सिर्फ ज्वार,मक्का ,तिल, मूंगफली, गेहूं,चने आदि की फसलों पर आधारित रहते हुए जितना पानी होता था उतनी फसले बोई जाती थी लेकिन अब मोहनपुरा व कुंडलिया डैम के निर्माण के साथ ही बड़ी-बड़ी कंपनियों के मार्गदर्शन व कृषि विभाग के लगातार क्षेत्र में प्रचार प्रचार के कारण अब किसान एकल फसल से हटकर 12 महीने में चार फसल तक लेने लगे हैं। रबी सीजन में किसान जहां पहले सिर्फ गेहूं, चने की फसलों पर ही आधारित थे लेकिन अब किसान प्याज ,लहसुन, मूंग, आलू ,सहित अन्य ऐसी फसले जो इस क्षेत्र में पहले कभी दिखाई नहीं देती थी को भी उन्नत तकनीकी से बोया जा रहा है जिससे अब किसान व्यावसायिक दृष्टि से भी खेती से जुड़ चुका है। रुका हजारों मजदूरों का पलायन। जिले की बंजर व पथरीली जमीन पर निवास करने वाले ग्रामीण जैसे ही रबी सीजन की फैसले तैयार होती थी तो वह अपने गांव छोड़कर मध्य प्रदेश के साथ ही राजस्थान, गुजरात व छत्तीसगढ़ तक पलायन करते हुए मजदूरी की तलाश में निकल जाते थे ऐसे में पूरे गांव के गांव खाली हो जाते थे, और वह पलायन से जून माह तक वापस लौटते ऐसे में जहां बच्चों की शिक्षा पर बड़ा प्रभाव पड़ रहा था। वही मजदूरी की तलाश में लोगों को अपने घर बार छोड़कर दूर दराज शहरों में मजदूरी की तलाश में जाना पड़ता था लेकिन जब से जिले में मोहनपुरा व कुंडलिया जैसी परियोजनाएं धरातल पर उतरी और पानी का व्यवस्थित सिस्टम खेतों तक काम करने लगा तब से मजदूर मजदूरी करने की जगह अपने गांव व आसपास के गांव में ही अपना पालन पोषण स्वयं की खेती व दूसरों के खेतों में काम करके कर रहा है।ऐसे में बड़ी संख्या में जिले से पलायन भी रुका है और शिक्षा का स्तर भी बड़ा है।देश की पहली प्रेशराइज्ड अंडरग्राउंड नहर परियोजना राजगढ़ में। देश के कई हिस्सों में बड़े-बड़े बांध बने हुए हैं जिनके माध्यम से ऊपर से निकली हुई नहरे में किसान बिजली का बिल चुकाते हुई अपने मोटर पंप आदि से सिंचाई करते हैं। लेकिन देश की ऐसी पहली प्रेशराइज्ड अंडरग्राउंड नहर परियोजना राजगढ़ जिले में लागू की गई जिसका धरातल पर 80% से ज्यादा काम भी पूरा हो चुका है। अब इससे जहां किसानों को फुल प्रेशर से पानी मिल रहा है जिसके कारण जहां किसानों की बिजली की बचत हो रही है वहीं नहरे जमीन के अंदर होने से उनमें टूट, फूट या मोटर पंप आदि लगाने की आवश्यकता भी किसानों को नहीं बची।48 हजार हेक्टियर से आंकड़ा पहुंचा 2 लाख 10 हजार।ऊबड़,खाबड़ व बंजर जमीन पर बसे इस जिले को पूरी तरह से सूखे की मार वर्षों से झेल रहा था। जहां छोटे-छोटे तलाब,कुवे, ट्यूबवेल आदि संसाधनों के माध्यम से 2021 तक सिर्फ 48 हजार हेक्टेयर जमीन में ही सिंचाई हो पाती थी लेकिन जब से मोहनपुर व कुंडलिया परियोजनाएं लागू हुई और सुचारू रूप से अपना काम करने लगी तब से अभी तक यह आंकड़ा बढ़कर 2 लाख 10 हजार तक पहुंच चुका है।विभाग की माने तो उन्होंने कहा कि निरंतर काम चल रहा है आने वाले समय में राजगढ़ जिले के साथ ही आसपास के जिले की एक-एक इंच भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य लेकर हम काम कर रहे हैं।इनका कहना…देश की पहली उन्नत तकनीक से शुरू हुई प्रेशराइज्ड अंडरग्राउंड नेहरो की सौगात राजगढ़ जिले को मिली है, और इसका काम भी युद्ध स्तर पर जारी है जिस क्षेत्र में पानी पहुंच चुका है उनसे अपील हैं कि अपने खेतों में लगे बॉक्स के माध्यम से जो वितरण प्रणाली उपलब्ध कराई गई है उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आप ही की हैं लगातार जिले के सिंचाई का रकबा बढ़ाने की दिशा में युद्ध स्तर पर कार्य जारी हे। विकास राजोरिया परियोजना प्रशासक मोहनपुरा कुंडालिया।देखते ही देखते जिले में सिंचाई का रकबा तेजी से बढ़ रहा है, इससे लगातार हमारा अमला किसानों को उन्नत तकनीकी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

*हरीश मालवीय*
उपसंचालक कृषि विभाग

Related posts

जागो RTO साहब…. यहां भी फर्राटे से दौड़ रहे कई कंडम वाहन।

Ravi Sahu

प्राथमिक शालाओं में एफएलएन मेले हुए आयोजित।

Ravi Sahu

स्वीप (मतदाता जागरूकता) उन्मुखीकरण बैठक सम्पन्न।

Ravi Sahu

बी सी एल सीजन 5 के ऑक्शन समपन्न।

Ravi Sahu

कुरावर में छात्रों ने किया जल शोधन संयंत्र का भ्रमण।

Ravi Sahu

जनता की सच्ची सेवा करने मोदी सरकार देश का सम्मान बड़ा रही है! भाजपा ने की अपनी रणनीति तेज

Ravi Sahu

Leave a Comment