सुदर्शन टुडे गुना
16 फरवरी को हीट एण्ड रन काले कानून के खिलाफ ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फैडरेशन के नेतृत्व में गुना में भी ऑटो चालकों ने रैली व प्रदर्शन कर गृह मंत्री अमित शाह के नाम ज्ञापन सोपा गया।।
गुना/ 16 फरवरी शुक्रवार को लाइट मोटर चालक बेल्फेयर एसोसियेसन, ऑटो चालक एकता यूनियन सीटू .के महासचिव कल्याण सिंह लोधी, ऑटो चालक यूनियन (एटक) अध्यक्ष मुस्ताक खान, लोडिंग वाहन व्यवसायी कर्मचारी एकता यूनियन (सीटू) के मंसूर भाई ने सयुक्त बयान जारी कर बताया कि केन्द्र सरकार के द्वारा ड्रायवरों के विरुद्ध बनाए गये जेल एवं भारी जुर्माने के प्रावधान वाले हिट एण्ड रन जैसे काले कानून तथा नये मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ 16 फरवरी को देश भर में बस, ट्रक, ऑटो, लोडिंग वाहन सहित सभी तरह के ड्राइवरों व्दारा ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फैडरेशन एवं ट्रांसपोर्ट क्षेत्र की सभी यूनियनों के राष्ट्रीय आव्हान पर हड़ताल की जा रही है इसी क्रम में निर्णय के अनुसार गुना में भी 16 फरवरी को जिले के ऑटो, लोडिंग, फोर व्हीलर ड्रायवर भी हड़ताल में शामिल हुए। गुना में वाहन चालक सुबह से ही जज्जी बस स्टेण्ड पर इकट्ठे हुए सभी ऑटो पर बैनर और झंडा लगाकर नारेबाजी करते हुए जज्जी बस स्टैंड से ,जयस्तंभ चौराहा, हनुमान चौराहा होते हुए है अपने वाहन रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंच कर प्रदर्शन के बाद गृहमंत्री अमित शाह के नाम ज्ञापन जिलाधीश महोदय को दिया ऑटो चालक नेताओं ने हिट एंड रन कानून की जानकारी अपने चालकों को दी केंद्र की भाजपा सरकार गरीब कमजोर वर्ग का शोषण करने वाली सरकार है जोकि हमेशा देश के चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिये ही कानून बनाती है। अभी तक के कानून के अनुसार ड्राइविंग लाईसेन्स के साथ बीमा किया जाता था जिससे यदि कभी भूल वश कोई दुर्घटना हो जाए तो बीमा कंपनी द्वारा दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को मुआवजा मिल जाता था और चालक ( ड्राइवर ) को कोर्ट से जमानत भी मिल जाती थी परन्तु अब इस नये हिट एंड रन कानून के बाद एक्सीडेंट होने पर वाहन चालक को 10 वर्ष की सजा और 7 लाख रूपये का जुर्माना भी भरना पड़ेगा। यह बिलकुल भी न्याय संगत नही है। गरीब ड्राइवर बस ट्रक टैक्सी चलाकर मुश्किल से 8-10 हजार रुपये महीना कमाकर किसी प्रकार अपना परिवार चला पाता है। कोई भी ड्राइवर गुजरबसर के बाद जिन्दगी भर में 1 लाख रूपये इकट्ठे नही कर पाता है वह 7 लाख रूपये का जुर्माना कहां से देगा । अगर उसे 10 वर्ष की सजा हो गई तो उसका परिवार सडक पर आकर बर्बाद हो जाएगा इसलिए भाजपा के हिटलरी कानून के खिलाफ एक जुट होकर आंदोलन करना होगा इस सरकार को सबक सिखाने के लिए और बड़े आंदोलन करना होगी