ब्यूरो चीफ रानू लोधी की रिर्पोट मो.6263604283
ग्वालियर सेंट्रल जेल अधीक्षक श्री मनोज साहू को असंवैधानिक तरीके से निलंबित करने के विरोध में लिखा पत्र कहां निलंबन वापस लो नहीं तो पूरे प्रदेश की सड़कों पर आंदोलन होगा
खबर ग्वालियर से है जहां पर विगत 11 अप्रैल 2022 को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह जी द्वारा द्वारा आरोपी शिवराज सिंह यादव से मुलाकात हेतु जेलर प्रभात शर्मा को आवेदन देकर स्वीकृति ली गई थी। आरोपी को अधीक्षक कार्यालय में लाकर मुलकात कराई गई थी। किंतु पूर्व मुख्यमंत्री समर्थित विधायकों द्वारा मुलाकात की फोटो एवं वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर, यह बताया गया है कि आरोपी से मुलाकात जेल परिसर के अंदर हुई है। जब कि मुलाकात जेल अधीक्षक कार्यालय में हुई थी।
इस प्रकार मध्यप्रदेश ग्रह विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा विना किसी जांच पड़ताल के पिछड़ा वर्ग समुदाय से संबंध रखने वाले ग्वालियर, मध्यप्रदेश सेंट्रल जेल अधीक्षक श्री मनोज साहू जी के साथ जातिगत द्वेष की भावना से असंवैधानिक कार्यवाही कर निलंबन कर दिया गया था। इस प्रकार गैर संविधानिक ओबीसी सामाज एवम् ओबीसी महासभा में असंतोष और आक्रोश व्याप्त है।
तथ्य यह है कि देश में पूर्व से ही एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग के अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या जनसंख्या के अनुपात से भी न के बराबर है। फिर भी पिछड़ा वर्ग के अधिकारियों पर लगातार गैर संवैधानिक रूप से कार्यवाहियां की जा रही है।
अतः माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी से निवेदन है कि फोटो एवं वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले विधायकों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर, जेल अधीक्षक श्री मनोज कुमार साहू जी का निलंबन वापस लेने का कष्ट करें। अन्यथा की स्थति में ओबीसी महासभा पूरे प्रदेश में सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।