सुदर्शन टुडे ब्यूरो रिपोर्ट मैनपुरी आचार्य बजरंग प्रसाद तिवारी
आज श्रीमद् भागवत कथा का छठवां दिवस जिला मैनपुरी ग्राम पर्वतपुर हवेली बिठूर धाम से पधारे राष्ट्रीय कथा व्यास आचार्य राम लखन तिवारी जी के मुखारविंद से बताया गया कथा प्रसंग में की जय और विजय नाम के दो द्वारपाल थे जो कि तीसरे जन्म में शिशुपाल और दंत वक्र बनकर आए शिशुपाल रुक्मणी के साथ में विवाह करना चाहता था जोकि रुकमणी जी साक्षात लक्ष्मी की अवतार थी तो लक्ष्मी का विवाह द्वारपाल के साथ कैसे हो जाता रुकमणी जी ने जब भगवान को पत्र लिखा और कहा कि मेरा भाई शिशुपाल के साथ विवाह तय कर आया है रुकमणी जी ने कहा कि मैं उनके साथ विवाह नहीं करूंगी अगर आप लेने नहीं आए तो हम अपने प्राणों का परित्याग कर देंगे तब भगवान श्रीकृष्ण सेनापति दारुक्ष को लेकर कुंदनपुर में गए जहां की रुकमणी जी थी भगवान श्री कृष्ण रुकमणी को रथ में बैठाकर द्वारिकापुरी लाए और पाणिग्रहण संस्कार किया कथा प्रसंग सुनकर भक्त हुए भाव विभोर राष्ट्रीय शिव सेना संगठन के जिला अध्यक्ष आचार्य बजरंग प्रसाद तिवारी आरके सिंह चौहान जी के द्वारा साड़ी वितरण की गई पंडित विष्णु तिवारी हिमांशु कुशवाहा परीक्षित की भूमिका निभा रहे श्री सत्यपाल सिंह श्रीमती राजकुमारी जी एवं समस्त ग्रामवासी एवं क्षेत्रवासियों उपस्थित रहे