संवाददाता। सुदर्शन टुडे सिलवानी
मुख्य मार्ग पर बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था, पैदल निकलना मुश्किल सड़क पर खड़े हो रहे वाहन, पार्किंग की नहीं है सुविधा
सिलवानी।। तमाम कवायदों के बाद भी नगर के लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात नहीं मिल सकी। जबकि नगर की प्रमुख सड़कों की चौड़ाई बढ़ाई और डिवाइडर भी बनाए हैं। लेकिन पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई, इस कारण हर दिन यातायात बाधित हो रहा है। पार्किंग की सुविधा नहीं होने से लोग सड़क के किनारे अपनी दो पहिया, चार पहिया वाहन खड़े कर देते हैं। आधी सड़क तक वाहन खड़े रहने से सड़क से निकल रहे वाहनों के पहिए थम रहे। जिससे पूरी सड़क पर व्यवस्था बिगड़ जाती है। इसके अलावा बस चालक जहां-तहां रुककर सवारियों को बैठाते हैं। बीच सड़क पर बस खड़ी कर सवारी बैठने वालों के खिलाफ पुलिस कोई भी कार्रवाई नहीं करती है। नगर में बजरंग चौराहा, गांधी चौक, उदयपुर-बरेली रोड, सागर रोड सबसे व्यस्त क्षेत्र है। यहां प्रतिदिन बाजार में खरीदारी करने आ रहे लोग सड़क किनारे अपने वाहन पार्किंग कर रहे है। यहीं सब्जी के हाथ ठेले भी अव्यवस्थित रूप से लगते हैं। ऐसे में सड़क के दोनों तरफ वाहन होने से सड़क सिमट कर रह जाती है। इस कारण वाहनों का निकलना मुश्किल हो रहा और जाम में फंसे लोग काफी परेशान हो जाते हैं। स्थिति यह होती है कि दस मिनट की दूरी तय करने में लोगों को 20 से 30 मिनट लग जाते हैं। समस्या तब ज्यादा गंभीर हो जाती है जब रेत से भरे ओवरलोड डंपर सड़क से गुजरते है। उस दौरान पूरी सड़क पर अव्यवस्था दिखाई देती है। नगर में जाम की समस्या से परेशान नागरिकों ने पार्किंग की व्यवस्था करने की मांग नगर परिषद से की है। इसके साथ सड़क के नजदीक किए गए अतिक्रमण को भी हटाया जाना चाहिए।
*सिद्धार्थ समैया, सामाजिक कार्यकर्ता,*
जब तक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था नहीं होगी तब तक जाम से
निजात नहीं मिलेगी। नगर परिषद को इस पर ध्यान देना चाहिए।
*रेशु जैन, अध्यक्ष नगर परिषद,*
सड़क पर जाम की स्थिति आए दिन बनी रहती है, उसे सुधारने के लिए सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण को जल्द हटाया जाएगा। जिससे लोगों को सुविधा मिल सके।
*अनिल मौर्य, एसडीओपी,*
यातायात सिस्टम व्यवस्थित रूप से बने इसके लिए पार्किंग ग की सुविधा होना जरूरी है। पार्किंग स्थल के लिए कवायद की जा रही है। सड़क पर जिन्होंने अतिक्रमण कर रखा है, उसे हटाने के लिए नगर परिषद से संपर्क किया जा रहा है।