सुदर्शन टुडे गुना।
।।कलेक्टर ने वार्ड में भर्ती मरीजों और अटेंडर्स से चर्चा कर लिया सुविधाओ का जायजा।।
गुना। जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में व्याप्त अव्यवस्थाएं किसी से छिपी नहीं है।आए दिन यहां प्रसुताओं से लेकर अटेंडरों की परेशानी और नाराजगी सामने आती रहती है। हालांकि इस सब के बीच मेटरनिटी वार्ड की व्यवस्थाओं को सुधारने के प्रयास शुरू हुए हैं। अच्छी बात यह है कि कलेक्टर खुद यहां व्याप्त अव्यवस्थाओं को गंभीरता से ले रहे हैं और इनमें सुधार के लिए जरूरी कदम उठाने निर्देश दिए जा रहे हैं। सोमवार रात को कलेक्टर अमनवीर सिंह बैस के द्वारा जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान भी उनका पूरा फोकस मेटरनिटी वार्ड पर ही देखा गया।
कलेक्टर ने खुद निरीक्षण के दौरान यहां की अव्यवस्थाओं को देखा और संबंधित स्टाफ व अधिकारी, कलेक्टर को कोई जवाब नहीं दे सके। दरअसल कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस ने बताया कि इस विजिट का मुख्य उद्देश्य मेटरनिटी केयर में सुधार लाना है। मेटरनिटी वार्ड में आज चेक किया गया कि यहां पर किस प्रकार की व्यवस्था है, यहां पर क्या कमियां है और उनको दुरुस्त करने के लिए क्या किया जा सकता है। कुछ माताओं से बात की गई, कुछ केयरटेकर और अटेंडर से बात की गई है। यहां पर डिलीवरी होने में कितना समय औसतन लग रहा है। कितने प्रतिशत का सीजेरियन किया जा रहा है, डिलेवरी सही से किया जा रहा है या नहीं, मरीजों को खाना मिल रहा है या नहीं, कोई शिकायत तो नहीं है। सुविधाओं में कोई कमी तो नही है, सभी पेशेंट और पेशेंट के अटेंडर से बात करने का उद्देश्य ये समझना था। वहीं इस दौरान कुछ रिकॉर्ड्स चेक किए गए जो संतोषजनक नहीं पाए गए। सिजेरियन ज्यादा होने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए हैं, इसकी समीक्षा की जाएगी। डॉक्टर के राउंड की व्यवस्था में सुधार लाए जाने की आवश्यकता है। समीक्षा पूर्ण होने के उपरांत कार्रवाई की जाएगी।
*निर्धारित प्रारूप में नहीं मिला प्रसुता रजिस्टर*
कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान प्रसूता एडमिशन रजिस्टर निर्धारित प्रारूप पर नहीं पाया गया। जिसमें हाई रिस्क और नो रिस्क मार्किंग, रेड, यलो और ग्रीन मार्किंग व्यवस्था संतोष जनक नहीं पायी गयी।ड्यूटी डॉक्टर और स्टाफ नर्स को भर्ती मरीजों के बारे में जानकारी नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की गयी। सिविल सर्जन को व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए गये। इस दौरान एएनसी और पीएनसी वार्ड सहित अन्य वार्डों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान भर्ती मरीज और अटेंडर्स से चर्चा कर जानकारी प्राप्त की गयी।इस दौरान कलेक्टर को मरीज के अटेंडर्स से रिश्वत लेने की भी कुछ शिकायतें मिलीं हैं। इस सम्बन्ध में परीक्षण कर सख्त कार्रवाई की जावेगी। इन मामलों में दो दिन में शिकायत निवारण प्रणाली लागू कर दी जाएगी।निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रथम कौशिक, सीएमएचओ डॉ. राजकुमार रिषेश्वर, सिविल सर्जन एसओ भोला आदि उपस्थित रहे।