मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मंत्रिमंडल में रायसेन जिले के कई कैबिनेट, राज्य मंत्रियों को नहीं मिली जगह उनके समर्थकों को मिली निराशा
रायसेन।सोमवार को दोपहर प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव सरकार के मंत्री मण्डल में रायसेन जिले के दिग्गज नेताओं और पूर्व कैबिनेट मंत्रियों और उनके समर्थकों को निराशा का सामना करना पड़ा जब उनके चहेते दिग्गज नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली।इस तरह जिले के भाजपा के कई दिग्गज विधायकों को डॉ मोहन सरकार के मंत्री मण्डल से बाहर होना पड़ा।रायसेन जिले के साँची विस सीट के बीजेपी विधायक पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी केंद्रीय राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं।उनको सोमवार को डॉ मोहन सरकार के मंत्री मण्डल में स्थान नहीं मिला।जिससे विधायक डॉ चौधरी सहित उनके समर्थकों को जबरदस्त झटका लगा है।डॉ चौधरी जब कांग्रेस पार्टी में थे तब वर्ष 2013 में सांची सीट पर भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ गौरी शंकर शेजवार के पुत्र मुदित शेजवार को चुनाव में 11 हजार से ज्यादा मतों से पराजित कर जीत हासिल की।कमलनाथ सरकार में डॉ प्रभुराम चौधरी शिक्षा मंत्री बने।इसके बाद जब कमलनाथ सरकार का पतन हुआ तब डॉ चौधरी श्रीमंत सिंधिया के साथ दलबदल करते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।वर्ष 2020 में हुए उपचुनाव में डॉ चौधरी स्वास्थ्य मंत्री पद पर सांची सीट पर भाजपा उम्मीदवार बनाए गए।उनका उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मदन चौधरी के बीच महामुकाबला हुआ।इस उप चुनाव में डॉ चौधरी द्वारा कांग्रेस उम्मीदवार मदन चौधरी को 64 हजार 864 मतों के बड़े अंतर से रिकार्ड जीत दर्ज कर इतिहास बनाया।फिर मिशन 2023 के विधानसभा चुनाव में डॉ चौधरी का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी डॉ जीसी गौतम के बीच हुआ।फिर भी कांग्रेस प्रत्याशी डॉ गौतम को बीजेपी के डॉक्टर चौधरी द्वारा 44 हजार से रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की।लेकिन बावजूद इसके बीजेपी से लगातार दूसरी रिकार्ड जीतके पश्चात मोहन सरकार के मंत्री मण्डल से बाहर रखा।जिससे उनके समर्थकों को निराशा का सामना करना पड़ा वे डॉ चौधरी के मोहन सरकार मंत्री मण्डल में शामिल होने का सपना संजोए हुए थे।लेकिन सोमवार को उनके समर्थकों को करारा झटका लगा।पूर्व संस्कृति मंत्री के समर्थक भी हुए निराश….रायसेन जिले की हाई प्रोफाइल भोजपुर सीट पर लगातार 5 वीं बार भाजपा से विधायक चुने गए पूर्व संस्कृति राज्य मंत्री सुरेंद्र पटवा जो मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री स्व सुंदर लाल पटवा के दत्तक पुत्र हैं।डॉ मोहन सरकार में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया है।जिससे उनको और उनके समर्थकों में निराशा का माहौल है।बरेली सीट से पहली बार चुने गए नरेंद्र सिंह शिवाजी पटेल और राज्य मंत्री बने उनके समर्थकों में खुशी का माहौल जिले की बरेली उदयपुरा सीट से पहली बार बीजेपी विधायक चुने गए।डॉ मोहन सरकार में विधायक नरेंद्र पटेल राज्य मंत्री की शपथ ली।इसे कहते हैं किस्मत पहली बार विधायक चुने गए और राज्य मंत्री बन गए।