सुदर्शन टुडे संवाददाता शिवशंकर राठौर
⁃ *०१ जनवरी से १५ जनवरी २०२४ तक*
झिरन्या।पूजित अक्षत, पत्रक व श्री राम मंदिर का चित्र यह तीन वस्तु को लेकर प्रत्येक हिन्दू घर में संपर्क करना है और आव्हान करते हुए निमंत्रण देना है कि
*• २२ जनवरी २०२४ को*
⁃ सुबह के ११:०० से दोपहर ०१:०० बजे तक अपने ग्राम, नगर, मोहल्ला, कॉलोनी में स्थित किसी मंदिर में सभी रामभक्तों को एकत्र होकर भजन कीर्तन करना है।
⁃ अपने घर पर टेलीविजन पर ना देखते हुए किसी मंदिर पर बड़े पर्दे पर अयोध्या का प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव साथ में देखें।
⁃ शंखध्वनि, घंटानाद, प्रसाद वितरण करें।
⁃ सभी मंदिरों में स्थित देवी देवता का भजन-कीर्तन-आरती-पूजा करना है।
⁃ *“श्री राम जय राम जय जय राम”* विजय महामंत्र का १०८ बार सामूहिक जाप करना है ।
⁃ हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामरक्षा स्तोत्र आदि का सामूहिक पाठ कर सकते हैं ।
⁃ मंदिरों को अच्छे से सजाया जा सकता है ⁃ अपने अपने घर को अच्छे से सजा सकते है जैसे तोरण, रंगोली, झालर इत्यादि सजावट कर सकते हैं।
⁃ अपने क्षेत्र के सभी हिन्दू घरों में भगवा पताका लगा सकते हैं।
⁃ संभव हो तो उस दिन प्राण प्रतिष्ठा तक उपवास रखें।
⁃ यदि संभव हो तो भंडारे का आयोजन भी कर सकते हैं।
⁃ सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने देवताओं की प्रसन्नता के लिये दीपक जलायें, दीपमालिका सजायें, दीपोत्सव मनायें।
*• पूर्व तैयारी*
⁃ अपने अपने क्षेत्र में प्रतिदिन प्रभात फेरी करके समाज में वातावरण बना सकते हैं।
⁃ प्रत्येक मंदिर समिति, पुजारी के साथ बैठकर २२ जनवरी २०२४ की तैयारी में अधिक से अधिक समाज जन की सहभागिता सुनिश्चित कर सकते हैं।
⁃ कार्यक्रम में सभी जाति, मत, पंथ से लोग जुड़े। यह कार्यक्रम संपूर्ण हिन्दू समाज का है यह संदेश भी जाना चाहिये।
⁃ कार्यक्रम में माता-बहिन, बालक-युवा, किसान-कर्मचारी-व्यापारी, बाल-वृद्ध सभी को जोड़ना है।
⁃ इस कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक समरसता स्थापित हो यह अपेक्षित है।
⁃ यह कार्यक्रम “हिन्दू समाज में कार्यक्रम” नहीं अपितु “संपूर्ण हिन्दू समाज का कार्यक्रम” बने।